बिहार में कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में मददगार बनेंगे फ्रंटलाइन वर्कर्स, हर जिले में दिया जाएगा प्रशिक्षण
Bihar CoronaVirus News बेगूसराय गोपालगंज खगडिय़ा मधेपुरा मुजफ्फरपुर पटना वैशाली और बांका जिले में एक-एक केंद्र और सारण जिले के दो केंद्र पर क्रैश कोर्स आरंभ किया गया है। प्रदेश के शेष 29 जिलों में एक-एक केंद्र पर भी यह कोर्स जल्द शुरू किया जाएगा।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar CoronaVirus News: बिहार में कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को रोकने में फ्रंटलाइन वर्कर्स की भूमिका भी काफी अहम रहेगी। इसलिए सरकार ने इन्हें पहले ही कोरोना का टीका लगाने के बाद अब प्रशिक्षण के जरिये कोरोना योद्धा बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य के नौ जिलों के 10 केंद्रों पर कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए कस्टमाइज्ड क्रैश कोर्स प्रोग्राम शुरू किया गया है। श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा शुक्रवार को शुभारंभ के साथ ही बिहार में भी यह महत्वपूर्ण पहल शुरू हो गई है। इस कोर्स को देश के सभी 26 राज्यों में स्थित 111 प्रशिक्षण केंद्रों पर शुरू किया गया है। इसमें बिहार के नौ जिले के 10 केंद्र शामिल हैं।
राज्य में दस केंद्रों पर कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए क्रैश कोर्स शुरू
उन्होंने बताया कि बेगूसराय, गोपालगंज, खगडिय़ा, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पटना, वैशाली और बांका जिले में एक-एक केंद्र और सारण जिले के दो केंद्र पर क्रैश कोर्स आरंभ किया गया है। प्रदेश के शेष 29 जिलों में एक-एक केंद्र पर भी यह कोर्स जल्द शुरू किया जाएगा। इसकी सारी तैयारियां कर ली गई हैं। मंत्री जिवेश कुमार ने केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पाण्डेय और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह को भी धन्यवाद दिया।
फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिलेगा प्रशिक्षण
फ्रंटलाइन वर्कर्स को होम केयर सपोर्ट, बेसिक केयर सपोर्ट, एडवांस केयर सपोर्ट, इमरजेंसी केयर सपोर्ट, सैंपल कलेक्शन सपोर्ट और मेडिकल इक्विपमेंट सपोर्ट के बारे में प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा। इससे प्रदेश के युवाओं की क्षमता का विकास होगा और वे रोजगार के लायक होंगे।
दो महीने के अंदर तीसरी लहर आने की आशंका
विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर दो महीने के अंदर आने की आशंका जता रहे हैं। हालांकि यह भी दावा किया जा रहा है कि सबसे अधिक भ्रमणशील लोगों के टीका लगवाने लेने के बाद इसका असर कम रहेगा। इसके बावजूद सरकार हर स्तर से इस बार सतर्कता बरत रही है।