बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के निजी सचिव समेत कार्यालय के चार कर्मी काेरोना पॉजिटिव
बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज होती जा रही है। एक्टिव केस बढ़ते जा रहे हैं। सीएम आवास के कर्मचारियों के बाद अब डिप्टी सीएम के निजी सचिव समेत चार कर्मी पॉजिटिव पाए गए हैं।
पटना, जेएनएन। बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज होती जा रही है। एक्टिव केस बढ़ते जा रहे हैं। सीएम आवास के कर्मचारियों के बाद अब डिप्टी सीएम ऑफिस के स्टाफ्स भी संक्रमित पाए गए हैं। गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट में पता चला है कि डिप्टी सीएम सुशील मोदी के कार्यालय के चार कर्मी भी कोरोना पॉजिटिव हैं। इसमें सुशील मोदी के निजी सचिव भी शामिल हैं। हालांकि पिछले सप्ताह डिप्टी सीएम सुशील मोदी की कोरोना जांच हुई थी, लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
बता दें कि पिछले सप्ताह बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। इसके साथ ही उनकी पत्नी व बेटे भी संक्रमित निकले। इसके बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया था। दरअसल, कार्यकारी सभापति के संक्रमित रिपोर्ट आने के दो-तीन पहले ही नवनिर्वाचित एमएलसी का शपथग्रहण समारोह हुआ था। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद थे। वो भी कार्यकारी सभापति के बगल में ही।
बाद में नीतीश कुमार व सुशील मोदी समेत तमाम कर्मियों व वहां रहने वाले लोगों की जांच करायी गई। इसमें नीतीश कुमार और सुशील मोदी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। जबकि नीतीश कुमार की भतीजी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि बुधवार को उनकी दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं सीएम आवास में तैनात कई कर्मी भी पॉजिटिव पाये गये। बताया जाता है कि सीएम आवास में तैनात एक हवलदार की बुधवार को एम्स में मौत हो गई। वह देहरादून का रहने वाला था और काेरोना संक्रमित भी था। इधर, गुरुवार को जो रिपोर्ट आई है, उसमें डिप्टी सीएम सुशील मोदी के निजी सचिव समेत उनके कार्यालय के चार कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए हैं।
गौरतलब है कि बिहार में बुधवार को कोरोना के रिकॉर्ड 749 नए मरीज मिले थे। इसमें केवल पटना के 235 मरीज शामिल हैं। इसे देखते हुए पटना समेत कई जिलों में लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया है। पटना में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक लॉकडाउन रहेगा, जबकि भागलपुर में गुरुवार से लॉकडाउन शुरू हो गया है, जो 13 जुलाई तक चलेगा1