बिहार में चार करोड़ किसानों ने यूट्यूब से सीखा पैसा कमाने का तरीका, आप भी अपना सकते हैं ये तरीका

वीडियो देखने वालों में 25 से 34 वर्ष के किसानों की संख्या सर्वाधिक 36 फीसद है। बिहार में स्ट्राबेरी की खेती पर बने वीडियो सबसे अधिक देखे गए। इसके अलाव बकरी पालन और मशरूम की खेती पर बने वीडियो के प्रति भी लोगों की रुझान काफी है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 08:19 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 08:19 PM (IST)
बिहार में चार करोड़ किसानों ने यूट्यूब से सीखा पैसा कमाने का तरीका, आप भी अपना सकते हैं ये तरीका
बिहार कृषि विश्‍वविद्यालय की पहल ला रही रंग। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, रमण शुक्ला। कोरोना काल में चार करोड़ से ज्यादा किसानों ने यू-ट्यूब पर कृषि विभाग व बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा तैयार खेती-बारी से संबंधित 360 वीडियो कंटेंट देखा। वहीं, साढ़े तीन लाख से ज्यादा ने वीडियो को सब्सक्राइब भी किया है। किसानों की सर्वाधिक दिलचस्पी खरीफ की खेती में धान की बुआई से संबंधित वीडियो को देखने में रही। आम-अमरूद के बाग लगाने और हिफाजत से संबंधित वीडियो भी खूब देखे गए। सबौर स्थित बिहार कृषि विवि के कुलपति डा. आरके सोहाने के अनुसार, वीडियो देखने वालों में बिहार के साथ देश-विदेश के किसान भी शामिल रहे।

अहम यह है कि साप्ताहिक लाइव ई-किसान चौपाल में यू-ट्यूब के माध्यम से जहां डेढ़ से दो हजार किसान प्रशिक्षण लेते हैं, वहीं चैनल पर पहले से अपलोड किए गए वीडियो को देखकर नवाचार के प्रति प्रेरित हो रहे हैं। दिलचस्पी का अंदाजा इस बात से भी मिल रहा है कि 350 वीडियो को खूब पसंद करते हुए बड़ी संख्या में किसानों ने तमाम सवाल भी किए हैं।

तीन तरह के कंटेंट हैं उपलब्ध

1. तकनीकी वीडियो, जो कि कृषि और पशुपालन विषय के संपूर्ण पहलू पर बनाया गया है। 2. सौ किसानों की सफलता की कहानियों पर प्रेरक फिल्में बनाई गई हैं। 3. कोरोना काल में प्रयोग पर आधारित प्रशिक्षण फिल्मों को काफी रुचि से देखी गई है।

धान की सीधी बुआई पर भी है जानकारी

कृषि विश्वविद्यालय के यू-ट्यूब चैनल पर प्रतिदिन 35 से 40 हजार लोग विजिट कर रहे हैं। समसामयिक फिल्में देखी जा रहीं। सर्वाधिक रुचि धान की उच्च कोटि के किस्मों के बारे में बनी फिल्में, सीधी बुआई, आम और अमरूद की बागवानी और परवल की खेती से संबंधित वीडियो में ली जा रही। विश्वविद्यालय मीडिया सेंटर के प्रभारी ईश्वर चंद्र के अनुसार, वेबसाइट पर फिल्मों की अपलोडिंग में किसानों के हित का दृष्टिकोण अहम होता है। 

युवाओं में दिख रहा क्रेज

वीडियो देखने वालों में 25 से 34 वर्ष के किसानों की संख्या सर्वाधिक 36 फीसद है। 18 से 24 वर्ष वाले कृषि विद्यार्थियों की संख्या 24 फीसद है। बिहार में स्ट्राबेरी की खेती पर बने वीडियो सबसे अधिक देखे गए। इसके अलाव बकरी पालन और मशरूम की खेती पर बने वीडियो के प्रति भी लोगों की रुझान काफी है। दर्शकों में 90 फीसद भारत के हैं, जबकि 10 फीसद विदेश के।

कुलपति ने ये कहा

धान के बिचड़ों का चयन, धान की सीधी बुआई, बरसात में हरा चारा प्रबंधन, तिल की खेती, आम और अमरूद के बागान के प्रबंधन पर आधारित फिल्में अपलोड की गई हैं। सिर्फ 20 दिनों में 10 लाख लोगों ने इन्हें देखा है। सबसे अधिक 1.40 लाख बार आम के बाग की कटाई-छंटाई पर बनी फिल्म देखी गई। इस वीडियों दो जून को अपलोड किया गया था।

- डा. आरके सोहाने, कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय, सबौर

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