पटना में 50 मिनट तक हवा में चक्कर लगाते रहे विमान, घबरा गए मुंबई-दिल्ली और कोलकाता के यात्री
जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सोमवार की सुबह लो विजिबिलिटी बनी रही। आसमान में धुंध की वजह से मात्र सात सौ मीटर की विजिबिलिटी ही थी। इसके कारण सुबह दिल्ली समेत अन्य शहरों से आने वाली तीन फ्लाइट 50 मिनट से एक घंटे तक हवा में ही उड़ती रही।
जागरण संवाददाता, पटना। ठंड बढ़ते ही पटना सुबह घने कोहरे की चादर से लिपट जा रहा है। धुंध के कारण जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सोमवार की सुबह लो विजिबिलिटी बनी रही। आसमान में धुंध की वजह से मात्र सात सौ मीटर की विजिबिलिटी ही थी। इसके कारण सुबह दिल्ली समेत अन्य शहरों से आने वाली तीन फ्लाइट 50 मिनट से एक घंटे तक हवा में ही उड़ती रही। धुंध कम होने पर विमान लैंड कर सके।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गो एयर की फ्लाइट संख्या जी8 165 दिल्ली से पटना समय पर पहुंचने के बावजूद लो विजिबिलिटी के कारण हवा में ही चक्कर काटती रही। यह विमान 7.45 बजे सुबह में एयरपोर्ट तक पहुंचने के बावजूद 8.39 बजे लैंड कर पाया। स्पाइस जेट के विमान एसजी 3723 गुवाहाटी से आने के बाद लो विजिबिलिटी के कारण 8.05 बजे की बजाय 9.21 बजे लैंड किया। यह विमान भी हवा में एक घंटा से अधिक समय तक चक्कर लगाता रहा। इंडिगाे की फ्लाइट 6ई 2022 को 07.55 बजे दिल्ली से पटना आना थी पर यह सुबह में 09:14 बजे पटना एयरपोर्ट पर लैंड कर सकी। धुंध के कारण पटना एयरपोर्ट पर सुबह 8.39 बजे पहला विमान उतरा। हालांकि सोमवार की देर शाम तक किसी विमान को डायवर्ट नहीं किया गया था। धुंध के कारण 14 विमान विलंब से पहुंचा।
सुबह मौसम खुला और धुंध कम होने लगी तो हर पांच मिनट पर एक-एक विमान धड़ाधड़ उतरने लगे। एक साथ एयरपोर्ट परिसर में चार-चार विमानों के खड़ा होने से यात्रियों की भीड़ टर्मिनल भवन में बढ़ गई। चार विमानों के यात्री फ्लाइट के इंतजार में तो खड़ा ही थे सुबह 11 बजे तक आने वाले विमानों के यात्री भी एयरपोर्ट परिसर पहुंच गए थे। इसके कारण टर्मिनल भवन पूरी तरह से पैक हो गया था। इस भवन में अधिकतम 650 से 700 ही यात्री एक साथ रह सकते हैं। सुबह क्षमता से लगभग दो गुना यात्री यहां पहुंच गए थे। इसके कारण परेशानी बढ़ गई थी।
विमानों की स्थिति