सारांश हॉस्पिटल पर दर्ज होगी प्राथमिकी, दो अन्य को भी नोटिस

जिला प्रशासन की विशेषज्ञ टीम से अनुमति लिए बगैर कोरोना संक्रमितों का इलाज पर कार्रवाई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 01:36 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 01:36 AM (IST)
सारांश हॉस्पिटल पर दर्ज होगी प्राथमिकी, दो अन्य को भी नोटिस
सारांश हॉस्पिटल पर दर्ज होगी प्राथमिकी, दो अन्य को भी नोटिस

पटना । जिला प्रशासन की विशेषज्ञ टीम से अनुमति लिए बगैर कोरोना संक्रमितों का इलाज और सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि वसूल करने के आरोप में सारांश हॉस्पिटल के प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है।

जिलाधिकारी ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही दो अन्य निजी अस्पतालों को भी निर्देश का पालन नहीं करने पर नोटिस जारी की गई है।

जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को निजी अस्पतालों में सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुरूप ही मरीजों से राशि प्राप्त करने संबंधी आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए धावा दल ने सैम्फोर्ड हॉस्पिटल, साराश हॉस्पिटल और श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। सैम्फोर्ड हॉस्पिटल की जाच के क्रम में पाया गया कि सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि ली जा रही है। इस संबंध में प्रबंधन के विरुद्ध नोटिस निर्गत करने का निर्देश दिया गया है। साराश हॉस्पिटल नन कोविड की श्रेणी में है, फिर भी कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। मरीजों से अत्यधिक राशि लेने की शिकायत भी पाई गई। इस अस्पताल के विरुद्ध नोटिस निर्गत करने और एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल नन कोविड की श्रेणी में है, किंतु कोरोना का इलाज किया जा रहा है। इस अस्पताल के विरुद्ध नोटिस निर्गत करने का निर्देश दिया गया है।

जिलाधिकारी के अनुसार निजी अस्पतालों एवं एंबुलेंस संचालकों द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि की वसूली संबंधी कॉल और मैसेज मिल रहे हैं। धावा दल ने शुक्रवार को पीएमसीएच, फोर्ड हॉस्पिटल, शरणम हॉस्पिटल, रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल, मेडीपार्क हॉस्पिटल मलाही पकड़ी आदि अस्पतालों का भी औचक निरीक्षण किया। वहीं, दूसरी ओर निर्धारित दर से अधिक किराया वसूलने के आरोप में एंबुलेंस संचालक और चालक पर भी नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

सूत्रों की मानें तो दो दर्जन से अधिक निजी अस्पतालों में निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने की शिकायत प्रमाण के साथ मिली है। विशेषज्ञों की टीम द्वारा शिकायत की प्रारंभिक जांच कराने के बाद धावा दल को जांच के लिए प्रमाण सौंप दिया जा रहा है।

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