बेमौसम की बारिश से तबाह हुए भोजपुर के किसान, मटर की खेती करने वालों पर पड़ी प्रकृति की मार

बेमौसम की बारिश के कारण बीजों को सपटा मार दिया। इससे छेमी का बीज नहीं जमेगा। शाहपुर प्रखंड के बरिसवन पिपरा भैसहा टोला सुहियां तथा भरौली के किसानों द्वारा छेमी को अगात खेती को लेकर छेमी की बुआई सैकड़ों एकड़ जमीन पर की थी

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 04:38 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 04:38 PM (IST)
बेमौसम की बारिश से तबाह हुए भोजपुर के किसान, मटर की खेती करने वालों पर पड़ी प्रकृति की मार
भोजपुर के किसानों पर पड़ी प्रकृति की मार। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

शाहपुर (भोजपुर), संवाद सूत्र। मटर छेमी की खेती करने वाले किसानों पर बेमौसम बारिश ने कहर बरपा दिया है। सैकड़ों एकड़ जमीन पर मटर छेमी की की बुआई किसानों ने की थी, जो पूरी तरह से चौपट हो गई है। लेकिन बुआई के दूसरे व तीसरे दिन ही 20 अक्टूबर की रात हुई बारिश ने किसानों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। बरिसवन गांव के उमेश तिवारी, वीरेंद्र राम, शैलेंदु तिवारी, सुनील तिवारी, छोटेलाल सहित कई  किसानों ने बताया कि बहुत ही महंगे वेरायटी के बीज की बुआई की थी। लेकिन छेमी की बुआई के दूसरे दिन ही पानी बरस गया।

भारी बारिश से खेतो में ही सड़ गए बुआई की गई मटर के बीज

बेमौसम की बारिश के कारण बीजों को सपटा मार दिया। इससे छेमी का बीज नहीं जमेगा। प्रखंड के बरिसवन, पिपरा, भैसहा टोला, सुहियां तथा भरौली के किसानों द्वारा छेमी को अगात खेती को लेकर छेमी की बुआई सैकड़ों एकड़ जमीन पर की थी। परंतु सर मुड़ाते ही ओले पडऩे वाली कहावत चरितार्थ हो गई। यानी छेमी की बुआई करते ही भारी बारिश हो गई। अब स्थिति यह है कि खेती की बुआई फिर से करनी पड़ेगी। क्योंकि बारिश के कारण बीज अंकुरित ही नहीं हो पाये।

किसानों को उचित मुआवजा देने की हो रही मांग

शाहपुर के बीज विक्रेता श्याम सुंदर महतो ने बताया कि करीब आठ से 10 टन मटर छेमी के उन्नत किस्म की बीज किसानों ने खरीद कर खेती की थी। क्षेत्र के कृषि उत्पाद संगठन के उमेश चंद्र पांडेय ने पीडि़त किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट से गुजर रहे किसान बाढ़ से उबरने की कोशिश कर रहे थे कि एक और प्राकृतिक आपदा ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा। आपको बता दें कि मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हालिया बारिश में किसानों को हुए नुकसान के लिए मुआवजा देने की बात कही है।

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