बिहार के Ex DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने नीतीश से की मुलाकात, JDU के टिकट पर बक्सर से लड़ सकते हैं चुनाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद तय हो गया है कि पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे्य जदयू के साथ ही अपनी सियासी पारी शुरू कर सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि वे बक्सर से चुनाव लड़ सकते हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को पुन: जदयू प्रदेश कार्यालय पहुंचे। उनके पहुंचने के कुछ देर बाद पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी जदयू दफ्तर पहुंच गए। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद वह पहली बार जदयू दफ्तर पहुंचे थे। अब यह तय माना जा रहा है कि पूर्व डीजीपी जदयू के साथ अपनी राजनीतिक पारी आरंभ करेंगे।
पूर्व डीजीपी ने कहा कि अभी उन्होंने चुनाव लडऩे के बारे में कोई फैसला नहीं किया है पर उनके समर्थकों का पूरा जोर है कि वह चुनाव लड़ें। गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मैैं मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करने जदयू दफ्तर आया था। उन्होंने मुझे डीजीपी तो बनाया ही साथ ही साथ बिना किसी दबाव काम करने का मौका दिया। काम करने की मुझे पूरी आजादी रही।
सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए पूर्व डीजीपी ने कहा कि कोरोना के मामले में राज्य सरकार ने काफी बढिय़ा काम किया है। पुलिस ने भी कोरोना नियंत्रण के काम में बेहतर भूमिका निभायी। नीतीश कुमार को वह श्रेष्ठ मुख्यमंत्री मानते हैैं।
बक्सर से चुनाव लड़ने की चर्चा
जानकारी के अनुसार वे बक्सर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इस बीच चर्चा वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने की भी चल रही है। बताते चलें कि पांच दिन पहले गत मंगलवार को ही उन्होंने बिहार के डीजीपी पद से वीआरएस (स्वैछिक सेवानिवृत्ति) लिया था।
एक दर्जन विधानसभा के लोग चाहते हैं लड़ूं चुनाव
इसके पहले पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने राजनीति में आने के संकेत दे दिए थे। उन्होंने कहा था कि बिहार की लगभग एक दर्जन विधानसभा के लोग उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं। गुप्तेश्वर पांडेय ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा था कि बड़ी संख्या में लोग उनसे मिलने आ रहे हैं। वे अपने इलाके से चुनाव लड़ने का आग्रह कर रहे हैं। अगर वे मुझे राजनीति में देखना चाहते हैं तो मैं ऐसा कर सकता हूं। यह पूरी तरह जनता का फैसला होगा। गुप्तेश्वर पहले ही कह चुके हैं कि जनता चाहेगी तो वे जरूर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में उनका कोई गॉड-फादर नहीं है। डीजीपी पद पर रहते हुए भी उनके राजनीति में आने की चर्चा चल रही थी।
चुनाव लड़े तो होंगे पहले अधिकारी
डीजीपी रहते हुए गुप्तेश्वर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी अधिकारी माना जाता था। बता दें कि डीजीपी ने मंगलवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। वे 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी थे। अगर वे चुनाव लड़ते हैं तो डीजीपी के पद से वीआरएस लेकर चुनाव लड़नेवाले वे बिहार के पहले अधिकारी होंगे।