बिहार के गांवों में भी नहीं कटेगी बिजली, औरंगाबाद की नवीनगर पावर प्लांट की दूसरी यूनिट हो रही शुरू
Bihar Electricity Power एनटीपीसी द्वारा बताया गया कि सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित 660 मेगावाट की तीन इकाइयों के साथ नवीनगर थर्मल पावर स्टेशन की कुल क्षमता 1980 मेगावाट है। कोयला आधारित यह परियोजना औरंगाबाद जिले के बारून प्रखंड में है।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिजली के क्षेत्र में बिहार की ताकत आज से और बढ़ गई है। बिहार को अब करीब 559 मेगावाट और बिजली मिल सकेगी। इसके बाद शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिजली अधिक देर तक मिल सकेगी। एनटीपीसी के पूर्ण स्वामित्व वाली नवीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी (एनपीजीसी) के थर्मल पावर स्टेशन की दूसरी यूनिट से शुक्रवार को बिजली उत्पादन आरंभ हो जाएगा। एनपीजीसी की दूसरी यूनिट की क्षमता 660 मेगावाट है। इस यूनिट से बिहार को 559 मेगावाट बिजली मिलेगी।
84 फीसद से अधिक बिजली मिलेगी बिहार को
एनटीपीसी द्वारा बताया गया कि सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित 660 मेगावाट की तीन इकाइयों के साथ नवीनगर थर्मल पावर स्टेशन की कुल क्षमता 1980 मेगावाट है। कोयला आधारित यह परियोजना औरंगाबाद जिले के बारून प्रखंड में है। केंद्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट की 84.8 प्रतिशत बिजली बिहार को आवंटित की है। शेष बिजली उत्तर प्रदेश, झारखंड व सिक्किम को आवंटित की गयी है।
सितंबर 2019 में शुरू हुई थी पहली यूनिट
नवीनगर की पहली यूनिट से वाणिज्यिक प्रचालन सितंबर 2019 में शुरू हुआ था। उस यूनिट से भी बिहार को 559 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है। नवीनगर परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि बिहार में बिजली की खपत लगातार बढ़ रही है। दूसरी यूनिट के अस्तित्व में आने के बाद बढ़ रही मांग की पूर्ति करने में सहजता होगी। नवीनगर विद्युत उत्पादन इकाई की दूसरी यूनिट में उत्पादन आज से दूसरी यूनिट की उत्पादन क्षमता 660 मेगावाट, बिहार को मिलेगी 559 मेगावाट शेष बिजली यूपी, झारखंड व सिक्किम को आवंटित की गयी
तीसरी यूनिट का निर्माण भी अब अंतिम चरण में
नवीनगर की तीसरी यूनिट का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है। अगले छह महीने में इस यूनिट से भी उत्पादन आरंभ हो जाएगा। एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र-1 के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक प्रवीण सक्सेना ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच यह उपलब्धि टीम भावना से हासिल हुई है।