PURB अनारक्षित टिकट का बोर्डिंग पास, अब है आपकी मुट्ठी में, जानिए कैसे

दानापुर मंडल ने रेल यात्रियों के लिए वेब और एेप बेस्ड ई बोर्डिंग पास की सुविधा की शुरुआत की है जिससे प्रतिदिन दो हजार यात्रियों को फायदा मिल रहा है। जानिए PURB के बारे में...

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 03:25 PM (IST) Updated:Tue, 22 Oct 2019 11:00 PM (IST)
PURB अनारक्षित टिकट का बोर्डिंग पास, अब है आपकी मुट्ठी में, जानिए कैसे
PURB अनारक्षित टिकट का बोर्डिंग पास, अब है आपकी मुट्ठी में, जानिए कैसे

पटना [चन्द्रशेखर]। देश में पहली बार दानापुर मंडल के चार स्टेशनों, पटना जंक्शन, राजेन्द्र नगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र व दानापुर स्टेशन से खुलने वाली प्रमुख ट्रेनों के जनरल बोगियों में सवार होने वाले अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों को बोर्डिंग पास निर्गत किया जा रहा है। यह व्यवस्था पांच सितंबर से चारों स्टेशनों पर शुरू कर दी गई है। इसका नाम PURB यानि पूरब रखा गया है। प्रतिदिन 2000 से अधिक यात्री दानापुर मंडल के इस नए प्रयास से लाभान्वित हो रहे हैं।

इसके लिए दानापुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों से खुलने वाली 11 ट्रेनों को चिह्नित किया गया है। इन 11 ट्रेनों के प्रस्थान से पहले यात्रियों को तीन घंटे की जरूरतों को पूरा करने के लिए आठ काउंटर और 10 टर्मिनल उपलब्ध कराए गए हैं। इस व्यवस्था का नाम पूरब यानि PURB (Pass for Un-Reserved Boarding) रखा गया है।

'पूरब' एक वेब और एेप बेस्ड ई बोर्डिंग पास उपलब्ध कराता है, जिसकी पूरी प्रक्रिया अॉनलाइन है। आप घर बैठे इस एप के जरिए ई बोर्डिंग पास ले सकते हैं।

PURB पूरब से यात्रियों को ये होगा फायदा....

-प्लेटफॉर्म पर भीड़ जमा नहीं होगी। लंबी कतारों और भगदड़ रोकने में सुविधा मिलेगी। महिलाओं और बच्चों के लिए सुविधाजनक है। 

-यात्रियों को फोटोयुक्त डिजिटल पास उनके वाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा, इससे धोखाधड़ी और टिकट ट्रांसफर पर रोक लगेगी। पुरानी प्रणाली की अपेक्षा नए डिजिटल प्रणालीयुक्त फोटो लगने से इसके दुरुपयोग, तेज गति से फोटोयुक्त बोर्डिंग सूची का टीटीई द्वारा मिलान करने की सुविधा मिलेगी।

-डाटाबेस के द्वारा असामाजिक तत्वों द्वारा अलार्म, चेन पुलिंग, चोरी और नशाखुरानी की घटनाओं पर लगाम लगेगा।

-यात्री सुविधा के साथ-साथ अनारक्षित यात्रियों के टिकटों की जांच में सहायता मिलेगी।

-डिजिटल इंटरफेस होने के कारण यात्री सुविधा के साथ अनारक्षित श्रेणी में सुधार, इसमें तीव्रता और डाटाबेस MIS रिपोर्ट देने में सहायता मिलेगी। 

-यात्री द्वारा अनारक्षित टिकट खरीदने के बाद पूरब काउंटर से सीटों का आवंटन होगा।

-रेल कर्मचारी द्वारा पहले आओ, पहले पाओ के तर्ज पर फोटो खींचकर एवं ट्रेन संख्या दर्ज कर सीटों का आवंटन किया जाएगा।

-अंततः ट्रेन के खुलने के समय कार्यरत टीटीई द्वारा बोर्डिंग पास दिया जाएगा। टिकट के साथ यात्रियों के फोटो से पहचान करने के बाद उन्हें निर्धारित सीट मिल सकेगा।

-देर से आनेवाले यात्री बिना किसी निर्धारित सीट आवंटन के बोर्डिंग के हकदार होंगे और जिनके पास मोबाइल वाट्सएप नहीं हों, उन्हें भी छपे हुए बोर्डिंग पास दिए जाएंगे। 

अभी 11 ट्रेनों के अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों को बोर्डिंग पास मिल रहा

पूरब से बोर्डिंग पास निर्गत करने की जिम्मेदारी रेलवे सुरक्षा बल को दी गई है। बोर्डिंग पास यात्रियों के मोबाइल पर उनके चित्र के साथ मिल रहा है। 

दानापुर मंडल रेल प्रबंधक रंजन प्रकाश ठाकुर के निर्देश पर मंडल के चार स्टेशनों से खुलने वाली 11 ट्रेनों के जनरल बोगियों के यात्रियों को बोर्डिंग पास निर्गत करने का साफ्टवेयर विकसित किया गया है। ट्रायल के दौरान साफ्टवेयर में एक टिकट पर छह लोगों के बोर्डिंग पास निर्गत करने में परेशानी हो रही थी।

अब साफ्टवेयर में एक ही तस्वीर में सभी छह यात्रियों को शामिल कर लिया गया है। इसे एक यात्री के मोबाइल पर बोर्डिंग पास भेज दिया जा रहा है। जिनके पास एंड्रोआयड मोबाइल नहीं है उन्हें इसका प्रिंटआउट दिया जा रहा है। इस बोर्डिंग पास पर ही उनका बोगी नंबर व सीट नंबर अंकित रहता है।

चारों स्टेशनों के आरपीएफ पोस्ट प्रभारियों को एक-एक प्रिंटर तथा दो-दो आधुनिक मोबाइल फोन दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही वाणिज्य विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। इस संबंध में वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक आधार राज ने बताया कि आरपीएफ के जवान बुकिंग काउंटर अथवा पोस्ट में खड़े रहते हैं।

कोई भी यात्री टिकट लेने के बाद बोर्डिंग पास के लिए आरपीएफ से बात करते हैं। आरपीएफ के जवान वहीं पर उनकी तस्वीर लेकर तत्काल यात्री के मोबाइल पर बोर्डिंग पास निर्गत कर भेज दे रहे हैं। इससे किसी तरह की घटना होने के बाद बोगी के यात्रियों से अपराधी की पहचान आसानी से कराई जा सकती है। इतना ही नहीं बार-बार बोर्डिंग पास निर्गत कराने वाले यात्रियों पर भी आरपीएफ आसानी से नजर रख सकती है।

ऐसे लोगों को संदिग्ध की सूची में शामिल कर उनपर नजर रखी जाएगी। इतना ही नहीं सीट से अधिक होने पर यात्रियों को ट्रेन में सवार होने के लिए भी बोर्डिंग पास दिया जा रहा है। आरपीएफ के पास सारे यात्रियों को पूरा रिकार्ड तस्वीर के साथ रह रहा है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी काफी फायदा मिल रहा है। 

कहा-मंडल रेल प्रबंधक, दानापुर ने 

दानापुर मंडल की ओर से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए जनरल बोगियों से यात्रा करने वालों को बोर्डिंग पास निर्गत करने का निर्णय लिया गया है। बोर्डिंग पास पर यात्रियों का सीट नंबर व बोगी नंबर लिखा रहता है। ट्रेन में सवार होने के लिए अब मारामारी नहीं करनी पड़ रही है।

रंजन प्रकाश ठाकुर, मंडल रेल प्रबंधक, दानापुर। 

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