पंच मैजिक वर्ड ने आइआरसीटीसी की बढ़ा दी रेटिंग
भारतीय रेल में सबसे अधिक शिकायतें पैंट्रीकार के वेटर्स की होती है। अब इनमें कमी आ रही है।
पटना। भारतीय रेल में सबसे अधिक शिकायतें पैंट्रीकार के वेटर्स की होती है। अधिकांश महत्वपूर्ण ट्रेनों में भोजन परोसने की जवाबदेही इंडियन रेलवे कैटरिग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) को ही है। अब शिकायतों को कम करने के लिए आइआरसीटीसी ने अपने वेटर्स को पांच मैजिक वर्ड का गुरु ज्ञान दिया है। यही पांच जादुई शब्दों ने आइआरसीटीसी की रेटिंग में अप्रत्याशित वृद्धि कर दी है। पहले जहां प्रतिदिन 400-500 शिकायतें मिलती थी, अब इनकी संख्या 70-80 हो गई है।
ये हैं पांच मैजिक वर्ड: गुड मार्निग, गुड आफ्टरनून, गुड इवनिंग, सॉरी एवं थैंक यू। इन्हीं पांच शब्दों को अपनाकर आइआरसीटीसी ने अपनी रेटिंग बढ़ा ली है। वेटर्स के बदले व्यवहार से अब यात्री भी खुश हैं। थोड़ी बहुत शिकायत भी होती है तो वे वेटर्स के व्यवहार व खेद प्रकट किए जाने पर यात्री टाल देते हैं।
सभी जोन के वेटर्स को मिलेगा प्रशिक्षण: आइआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे को जो सबसे अधिक शिकायतें वेटर्स के खराब व्यवहार की मिलती थी। रेलवे ने पूर्व मध्य रेलवे समेत तमाम जोन को अपने-अपने क्षेत्र में वेटर्स को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया है। पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र के 500 वेटर्स में अबतक 400 को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अंतिम 100 वेटर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पचास वेटर्स के समूह को एक सप्ताह का प्रशिक्षण: वेटर्स को प्रमाण पत्र देने पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक कैटरिग विनीत कुमार ने कहा कि आइएलएफएस संस्थान पचास वेटर्स के समूह को एक सप्ताह का प्रशिक्षण दे रहा है। प्रशिक्षित वेटर्स की ही ट्रेनों में ड्यूटी लगाई जा रही है। उन्हें प्रशिक्षण के बाद एक किट दिया जाता है। किट में टी-शर्ट, कैप, नेल कटर, कंघी व पेन-नोटबुक रहता है। वेटर्स को हमेशा नाखून काटकर रखना है। अपने बाल को हमेशा संवारते रहना है। सिर पर कैप रहने से बाल टूटकर भोजन में नहीं गिरता है।