पटना में जिम ट्रेनर को गोली मारने के मामले में डाक्टर व पत्नी समेत पांच लोग गिरफ्तार
पटना में शनिवार की सुबह जिम ट्रेनर को गोली मारने के मामले में रातभर चली लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने डा. राजीव सिंह एवं उनकी पत्नी खुशबू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
पटना, जागरण संवाददाता। Gym Trainer Shooting Case: जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को गोली मारने के मामले में पुलिस ने आरोपित फिजियोथेरापिस्ट व जदयू नेता राजीव कुमार सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात को अंजाम देने वाले दोनों शूटर सहित हत्या की सुपारी लेने वाले एक कुख्यात अपराधी को भी दबोचा गया है। कुख्यात से पूछताछ के बाद राजीव सिंह व खुशबू सिंह का नाम सामने आया। इसके बाद पुलिस ने बुधवार की देर रात दोनों को हिरासत में ले लिया। महिला थाने में उनसे पूछताछ की गई। इसके बाद गिरफ्तार किया गया। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने इन दोनों समेत सभी शूटरों को गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि एक अन्य संदिग्ध से पूछताछ की जा रही है।
शनिवार सुबह जिम ट्रेनर को मारी गई थी गोली
कदमकुआं थाना क्षेत्र में शनिवार की सुबह बदमाशों ने जिम जाने के दौरान जिम ट्रेनर विक्रम सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। पांच गोली लगने से जिम ट्रेनर बुरी तरह घायल हो गया था। इस मामले में घायल विक्रम सिंह ने फिजियोथेरापिस्ट और उनकी पत्नी पर गोली चलवाने का आरोप लगाया था। पुलिस तभी से राजीव और उनकी पत्नी से लगातार पूछताछ कर रही थी। छानबीन के बाद पुलिस ने बुधवार को शूटरों की पहचान कर ली। सूत्रों की माने तो वारदात में शामिल अमन, विकास, आर्यन और शमशाद को गिरफ्तार किया गया है।
अमन ने पिस्टल से मारी थी गोलियां
बताया जा रहा है कि कुख्यात विकास को जिम ट्रेनर की हत्या के लिए तीन लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। विकास ने इस काम के लिए अमन और उसके साथियों से संपर्क किया था। वारदात के दिन अमन, आर्यन और शमशाद बाइक से कदमकुआं पहुंचे थे। वे घात लगाए इंतजार कर रहे थे। जैसे ही विक्रम आता दिखा अमन ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। हमले के बाद सभी अपराधी फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने एक ठीकेदार को भी हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि ठीकेदार के माध्यम से शूटर से संपर्क हुआ था। साक्ष्य मिलने पर ठीकेदार को भी गिरफ्तार किया जाएगा। सुपारी देने के पीछे असली वजह का पता चल गया है। इस मामले में एसएसपी जल्द मीडिया से मुखातिब होंगे।
मामले में नाम आने के बाद राजीव सिंह को जदयू ने चिकित्सक प्रकोष्ठ से हटा दिया। इस मामले में पुलिस पर लीपापोती का आरोप लगाया जा रहा था। शुरू में पुलिस कहती रही कि राजीव सिंह एवं खुशबू सिंह के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले। हालांकि जिम ट्रेनर शुरू से फिजियोथेरापिस्ट की पत्नी को आरोपित कर रहा था। अपने बयान में कहा कि खुशबू सिंह ने ही उसपर हमला करवाया है।