Bihar: पेड़ से सटाकर नहीं करें सड़क निर्माण, जहां हैं वहां से जल्‍दी हटाएं, अपर मुख्‍य सचिव ने दिया निर्देश

पेड़ों से एक मीटर तक कोई निर्माण कार्य नहीं। जहां पेवर ब्लाक लगा या फिर सड़क बना दी गई उसे तीन हफ्ते में हटाएं। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्‍य सचिव अमृत लाल मीणा जारी किया है इस आशय का आदेश।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 08:18 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:18 AM (IST)
Bihar: पेड़ से सटाकर नहीं करें सड़क निर्माण, जहां हैं वहां से जल्‍दी हटाएं, अपर मुख्‍य सचिव ने दिया निर्देश
पेड़ से सड़क की दूरी एक मीटर करने का निर्देश। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। सड़क किनारे लगे पेड़ से एक मीटर की दूरी तक किसी भी तरह के निर्माण कार्य नहीं होंगे। पथ निर्माण विभाग ने गुरुवार को इस आशय का निर्देश जारी किया। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने इस संबंध में जो निर्देश दिया है उसमें इस बात का जिक्र है कि सड़क निर्माण कार्य के दौरान निर्माण एजेंसी द्वारा पूर्व से स्थित पेड़ की जड़ों में सटाकर कालीकरण, पीसीसी या फिर पेवर ब्लाक लगा दिया जाता है। इसका पेड़ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। पेड़ बढ़ नहीं पाते हैं। 

पेड़ के चारों ओर छोड़ें जगह  

पथ निर्माण विभाग ने यह निर्देश दिया है कि पेड़ों के चारों ओर एक मीटर त्रिज्या क्षेत्रफल तक किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं किया जाए। उस दूरी में केवल मिट्टी भरी होनी चाहिए ताकि पेड़ों की वृद्धि पर कोई प्रभाव नहीं पड़े। सभी कार्यपालक अभियंताओं को यह कहा गया है कि अपने-अपने क्षेत्र में शत-प्रतिशत पथों का निरीक्षण कराकर इस निर्देश का अनुपालन सुनिश्चत कर लें। 

तीन हफ्ते का दिया गया समय

पथ निर्माण विभाग के निर्देश में यह कहा गया है कि जहां कहीं भी किसी पेड़ के चारों ओर निर्माण कार्य हुआ है उसे तुरंत हटाएं। तीन सप्ताह के अंदर संपूर्ण राजधानी क्षेत्र में हर एक पेड़ के चारों ओर 3.14 वर्गमीटर क्षेत्रफल को कच्चे स्थान में परिणत कर दें।

राज्‍य में कई जगहों पर सड़क से सटे हैं बड़े-बड़े पेड़

बता दें कि सड़क किनारे पौधारोपण किया जाता है। लेकिन ये सड़क से काफी सटाकर लगाए जाते हैं। ऐसे में जब वे पेड़ के रूप में विकसित होते हैं तो समस्‍या होती है। राज्‍य में कई जगहों पर पेड़ से ठीक सटाकर पेवर ब्‍लॉक या सड़क का निर्माण करा दिया है। इससे एक तो पेड़ों का सही विकास नहीं हो पाता दूसरी ओर हादसे की आशंका भी बनी रहती है। जनजीवन को इससे काफी नुकसान पहुंचता है। ऐसे में विभाग का यह निर्देश काफी महत्‍वपूर्ण है। निर्देश लागू होने के बाद नजारा भी बदला-बदला सा दिखेगा।  

chat bot
आपका साथी