नजदीक आया दिवाली का पर्व, कुम्हारों के हाथ अब तक खाली

-दीपावली त्योहार के लिए कुछ कुम्हारों को मिले ऑर्डर तो कुछ को नहीं -विश्वकर्मा पूजा के समय से मिलने लगते हैं दीये के ऑर्डर -पटना के स्थानीय दुकानदार देते हैं दीयों के ऑर्डर -मिट्टी के दाम तो बढ़े पर दीयों के दाम में नहीं हुई बढ़ोतरी ------------

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 01:37 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 01:37 AM (IST)
नजदीक आया दिवाली का पर्व, कुम्हारों के हाथ अब तक खाली
नजदीक आया दिवाली का पर्व, कुम्हारों के हाथ अब तक खाली

पिंटू कुमार, पटना :

कोरोना संक्रमण का असर हर क्षेत्र के कारोबार पर दिख रहा है। इससे राजधानी के कुम्हार भी अछूते नहीं है। मिट्टी के दीये व चाय के चुक्के बनाने वाले कुम्हारों के व्यवसाय को भी कोरोना ने प्रभावित किया है। लेकिन दीपावली पर्व आने से व्यवसाय पटरी पर लौटने की उम्मीद है। सालभर मिट्टी के चुक्के बनाने वाले कुम्हारों की मानें तो सिर्फ दशहरा, छठ व दीपावली में ही ऑर्डर आने पर दीये बनाते हैं। इस बार दशहरा में दीयों के ऑर्डर नहीं मिले। कुछ कुम्हारों को ऑर्डर मिले हैं तो कुछ के हाथ अबतक खाली हैं। राजधानी के मंदिरी, तार घाट में बड़े पैमाने पर कुम्हार दीये बनाने का काम करते हैं। मंदिरी में तो इस बार दिवाली के लिए कुम्हारों को ऑर्डर ही नहीं मिले हैं। वहीं, तार घाट के एक-दो कुम्हारों को छोड़ सभी को पिछले साल की अपेक्षा कम दीयों के ऑर्डर मिले हैं। कुम्हारों की मानें तो प्रति ट्रैक्टर पांच सौ रुपये मिट्टी की कीमत में बढ़ोतरी हो गई है, पर दीये की कीमत अभी वही है। बोरिग रोड, कमदकुआं, सब्जीबाग, गांधी मैदान, कंकड़बाग, दुजरा आदि जगहों से दीये के ऑर्डर कुम्हारों को मिलते हैं। कुम्हार 300 से 400 रुपये पर हजार दीये दुकानदारों को देते हैं। गंगा किनारे तार घाट पर कुम्हार तीन पीढि़यों से दीया बनाते आ रहे हैं, पर ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी। कोरोना ने व्यवसाय को प्रभावित कर दिया है। इस बार दीयों का ऑर्डर नहीं मिला है। पहले एक हजार से पांच सौ दीये रोज लोग ले जाते थे। अब सौ से दो सौ दीये भी मुश्किल से बिक रहे हैं। इस बार दीपावली और छठ से भी कम उम्मीद है।

-मनोज पंडित, कुम्हार, बुद्धा कॉलोनी, पेट्रोल पंप 40 हजार दीयों के ऑर्डर मिले हैं। पिछले साल 60 हजार के ऑर्डर मिले थे। इससे 18 हजार रुपये का व्यवसाय हुआ था। इस बार के दीपावली से उम्मीद कम है। पिछले वर्ष दशहरे में 14 हजार दीये बिके थे, लेकिन इस बार ज्यादा ऑर्डर नहीं मिले।

-मनोज पंडित, कुम्हार, तारघाट अभी तक दीपावली के लिए ऑर्डर नहीं मिले हैं। दिवाली के लिए विश्वकर्मा पूजा के समय से ऑर्डर मिलने शुरू हो जाते हैं। पिछले वर्ष 80 हजार दीये के ऑर्डर मिले थे। पहले आठ हजार रुपये में एक नाव मिट्टी थी, लेकिन इस बार दस हजार रुपये हो गई है।

-नंद किशोर पंडित, कुम्हार, तार घाट दिवाली पर्व के लिए 50 हजार दीये के ऑर्डर मिले हैं। दुकानदारों ने पूरी राशि का 25 प्रतिशत एडवांस दिया है। पिछले वर्ष दीपावली में 70 हजार दीये के ऑर्डर मिले थे। इस बार दशहरे में दीये का ऑर्डर नहीं मिला है। पिछली बार 20 हजार दीये के ऑर्डर मिले थे।

- अजय पंडित, कुम्हार, तार घाट

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