बिहार का गौरव बढ़ाने वाले 25 साहित्यकारों का निदेशालय ने किया सम्मान, पुस्तक का हुआ विमोचन
उर्दू के विकास विस्तार और साहित्य को समर्पित बिहार के 25 साहित्यकारों का मंत्री मंडल सचिवालय विभाग के उर्दू निदेशालय ने मंगलवार को सम्मानित किया। अपनी लेखनी से प्रदेश का गौरव देश-विदेश में बढ़ाने वाले इन साहित्यकारों में अधिकांश वयोवृद्ध थे।
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। उर्दू के विकास, विस्तार और साहित्य को समर्पित बिहार के 25 साहित्यकारों का मंत्री मंडल सचिवालय विभाग के उर्दू निदेशालय ने मंगलवार को सम्मानित किया। अपनी लेखनी से प्रदेश का गौरव देश-विदेश में बढ़ाने वाले इन साहित्यकारों में अधिकांश वयोवृद्ध थे। तीन को मरणोपरांत यह सम्मान उनके स्वजन को दिया गया। गांधी मैदान स्थित ए एन सिन्हा इंस्टीच्यूट में आयोजित कार्यक्रम में इन साहित्यकारों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित कॉफी टेबल बुक अकाबिरीन ए अदब बिहार का लोकार्पण भी हुआ।
खुदाबख्श ओरियंटल पब्लिक लाइब्रेरी के पूर्व निदेशक प्रो. इम्तियाज अहमद की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम हुआ। संचालन उर्दू निदेशालय के मो. असलम जाविदां ने किया। निदेशालय के निदेशक अहमद महमूद, साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित प्रो. अब्दुस्समद, बीपीएससी की सदस्य इम्तियाज अहमद करीमी, प्रो. एजाज अली अरशद समेत अन्य ने नयी पीढ़ी को उर्दू से करीब करने की बात कही। सम्मान पाने वाले साहित्यकारों में नाशाद औरंगाबादी, जकिया मशहदी, शफी मशहदी, प्रो. नजमुलहोदा, प्रो. अलीमुल्लाह हाली, प्रो. खुर्शीद समी, हसन नवाब हसन, नावक हम्जापुरी, शब्बर इमाम, प्रो. अब्दुल मन्नान तरजी, शाकिर करीमी, अजीम इकबाल, शाकिर खलीक, प्रो. जफर हबीब, शफी जावेद, जहीर सिद्दीकी, प्रो. एहसान अशरफ, प्रो. तलहा रिजवी बर्क, सुलतान अख्तर, बदीउ्ज्जमा सहर, कौस सिद्दिकी, प्रो. शमीम सादिका, प्रो. अफसह जफर हैं।