बिहार के 36 फीसद अभिभावकों की तरह आप भी तो नहीं करते ये गलती, सर्वे में बच्चों ने खोलकर रख दी पोल
असर के सर्वे में खुली बिहार के 36 फीसद से अधिक अभिभावकों की पोल शिक्षा से जुड़े इस सर्वे में छह से 16 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों से पूछे गए सवाल बिहार की स्थिति हैरान करने वाली
पटना, जयशंकर बिहारी। Bihar Education News: बिहार के अभिभावक घर में बच्चों को पढ़ाई में सहयोग करने के मामले में काफी पीछे हैं। प्रमुख 25 राज्यों में बिहार का स्थान 19वां है। बच्चों को सबसे ज्यादा हिमाचल के 84.8 प्रतिशत अभिभावक पढ़ाई में सहयोग करते हैं। केरल और छत्तीसगढ़ में आंकड़ा क्रमश: 81.4 व 83.1 प्रतिशत का है। राज्य में सरकारी विद्यालयों में नामांकित 62 प्रतिशत बच्चों को ही घरों में पढ़ाई में मदद मिल पाती है। निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले 76.1 प्रतिशत बच्चों को उनके अभिभावक पढ़ाई में मदद करते हैं। यह जानकारी बच्चों ने एन्यूअल स्टेटस आफ एजुकेशन रिपोर्ट ग्रामीण (असर) 2021 के सर्वे में दी है।
जो स्कूल खुल गए, उनके बच्चों के अभिभावक अधिक लापरवाह
सर्वे छह से 16 वर्ष के बच्चों के बीच किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार स्कूल खुलने के साथ ही घर पर सहयोग कम हो रहा है, जो निजी विद्यालय नहीं खुले हैं, उनमें पढ़ने वाले 75.6 प्रतिशत बच्चों को घर में पढ़ने में अभिभावक सहयोग करते हैं। इसकी तुलना में जो स्कूल खुल गए हैं, उसके 70.4 प्रतिशत बच्चों को ही मदद मिल रही है। राज्य में ओवरआल 63.8 प्रतिशत बच्चों को ही अभिभावकों का साथ मिल पाता है।
सबसे बेहतर हैं छत्तीसगढ़, केरल और हिमाचल के अभिभावक
बच्चों की पढ़ाई के मामले में सबसे अधिक संजीदा छत्तीसगढ़, केरल और हिमाचल प्रदेश के अभिभावक हैं। इन राज्यों में 80 फीसद से अधिक अभिभावक बच्चों को पढ़ाई में उनकी मदद करते हैं। वहीं आंध्र प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, तमिलनाडू जैसे राज्यों का हाल बिहार से भी बुरा है। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और बंगाल का हाल बिहार से बेहतर है।
राज्यवार अभिभावकों के सहयोग का प्रतिशत राज्य प्रतिशत आंध्रप्रदेश 62.00 अरुणाचल प्रदेश 71.7 असोम 73.7 बिहार 63.8 छत्तीसगढ़ 83.1 गुजरात 74.0 हरियाणा 66.8 हिमाचल प्रदेश 84.8 जम्मू व कश्मीर 60.7 झारखंड 60.3 कर्नाटक 69.8 केरल 81.4 मध्यप्रदेश 66.1 महाराष्ट्र 70.4 मणिपुर 79.0 मेघालय 74.5 नागालैंड 75.4 ओडिशा 68.2 पंजाब 66.5 राजस्थान 52.4 तमिलनाडु 56.6 तेलंगाना 60.7 उत्तराखंड 69.3 उत्तर प्रदेश 68.7 पश्चिम बंगाल 69.4 राष्ट्रीय औसत 66.6