दियारा के शराब तस्करों ने बिहटा पुलिस की नाक में किया दम

तारेगना टोक के दियारा में शराब के धंधे को रोकना पुलिस के लिए बना चुनौती

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:13 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:13 PM (IST)
दियारा के शराब तस्करों ने बिहटा पुलिस की नाक में किया दम
दियारा के शराब तस्करों ने बिहटा पुलिस की नाक में किया दम

पटना। बिहटा थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में दारूबाजों ने पुलिस की नाक में दम कर दिया है। परेशान पुलिस शराब तस्करों को पकड़ने के लिए वर्दी उतारकर नदी में उतर रही है, लेकिन उनके हाथ सिर्फ कच्चा माल और प्लास्टिक के कुछ डिब्बे ही आ रहे हैं।

बिहटा थाना क्षेत्र के तारेगना टोक में हर हफ्ते पुलिस शराब के खिलाफ छापेमारी करती है। पुलिस के पहुंचने से पहले धंधेबाज भाग खड़े होते हैं। पुलिस जैसे हीं उनकी भट्ठियों को तोड़कर वापस जाती है, शराब तस्कर फिर से उसी जगह भट्टी लगाकर शराब बनाना शुरू कर देते हैं। यहां पहुंचने के लिए पुलिसवाले नदी के बीच से होकर गुजरते हैं। नदी के रास्ते जाने के लिए उन्हें अपनी वर्दी उतारकर इसी किनारे छोड़नी पड़ती है। फिर केवल अंडरगारमेंट में पुलिस वाले शराब के ठिकाने तक पहुंचते हैं। छापेमारी के लिए इनके पास नाव या बोट तक नहीं है। इस हालत में अगर धंधेबाज अगर पुलिस को कहीं घेर लें तो उनके लिए जान बचाना भी मुश्किल हो सकता है।

सोन नदी के बीचोबीच है इलाका : तारेगना टोक सोन नदी के बीचोबीच स्थित है। यह जगह शराब के धंधेबाजों के लिए सेफ जोन है। यहां जाने का रास्ता बेहद मुश्किल है। बिना नाव के पुलिस किसी तरह अपनी जान जोखिम में डालकर शराब भट्ठियों तक पहुंचती है तो तस्कर पहले से ही फरार हो चुके रहते हैं। नतीजा पुलिस के हाथ केवल कच्ची शराब लगती है और इसे जब्त कर थाने लाया जाता है। बीते तीन दिनों में बिहटा पुलिस ने तारेगना, मौदही, दौलतपुर आदि गांवों में छापेमारी की और सैकड़ों लीटर अवैध देसी शराब को नदी में बहाकर शराब बनानेवाले उपकरण को नष्ट किया है।

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