पटना में चक्रवात 'गुलाब' लेकर आया मनोरम नजारा, शाम को आसमान पर टिक गईं निगाहें
पश्चिम बंगाल ओडिशा और झारखंड से गुलाब बिहार पहुंचा तो तीन दिनों की गर्मी से राहत मिली और यादगार पल भी। दोपहर बाद से हल्की बारिश हुई और शाम की तो पूछें मत। अचानक आसमान में का नजारा ही बदल गया।
जागरण टीम, पटना। पटना की फुहारों में जो भीगा वो खुश जो चूका वो पचता रहा। चक्रवाती तूफान 'गुलाब' ने सोमवार को बिहार की राजधानी की शाम का नजारा ही बदल दिया। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड से गुलाब बिहार पहुंचा तो तीन दिनों की गर्मी से राहत मिली और यादगार पल भी। दोपहर बाद से हल्की बारिश हुई और शाम की तो पूछें मत। अचानक आसमान का नजारा ही बदल गया। इंद्रधनुष दिखा तो घर की छत से लेकर सड़क तक हर नजर टिकटिकी लगाए ऊपर ही देखने लगी। मोबाइल के साथ डीएसएलआर कैमरे निकल आए। हर कोई मानों इस हसीन पल को कैद कर लेना चाहता था।
काफी देर तक चला तस्वीरें लेना का दौर
इंद्रधनुष भी आज ख्याहिश पूरी करने को बेताब था। मौसम की करवट का मजा लेने पटना भी तैयार था। करीब दो से तीन मिनट तक इंद्रधनुष आसमान पर बना रहा। सेल्फी और ग्रुपफी का दौर काफी देर तक चलता रहा। बहाना मिला तो बड़ी सख्या में पटनाइट्स घरों के बाहर निकले। काफी देर तक मौज-मस्ती चली। ठंडी हवाएं राहत लेकर आईं।
बारिश ने दिलाई गर्मी से निजात
सोमवार की दोपहर पूरब से आए काले बदल जमकर बरसे। पूरे जिले में कमोबेश बारिश हुई। मूसलधार बारिश करीब चालीस मिनट तक होती रही। इस कारण दिन में रात जैसा नजारा हो गया था। वहीं बारिश के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से लोगों को निजात मिली। देर शाम तक आसमान में काले बादल मंडराते रहे और हल्की बूंदा-बांदी रुक रुक कर होती रही। इधर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मेघ खूब बरसे। किसानों ने बताया कि पिछले दो दिनों से हुई बारिश से धान की फसलों को फायदा हो रहा है, लेकिन सब्जी की खेती को नुकसान पहुंच रहा है। खेतों में लगी सब्जियों में पानी जम जाने के कारण सब्जियों के गलने का खतरा बन गया है और इससे आर्थिक नुकसान का डर बना हुआ है।