पटना-कोलकाता एक्सप्रेस में जमकर लूटपाट, आधे घंटे तक खड़ी रही ट्रेन; सीमा विवाद में फंसी रही पुलिस

बिहार में अपराधियाें का खौफ कम नहीं हो रहा है। लूटपाट से लेकर हत्‍या तक को अपराधी आसानी से अंजाम दे रहे हैं। इस बार लुटेरों ने पटना-कोलकाता एक्‍सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया है।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 10:40 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 10:40 PM (IST)
पटना-कोलकाता एक्सप्रेस में जमकर लूटपाट, आधे घंटे तक खड़ी रही ट्रेन; सीमा विवाद में फंसी रही पुलिस
पटना-कोलकाता एक्सप्रेस में जमकर लूटपाट, आधे घंटे तक खड़ी रही ट्रेन; सीमा विवाद में फंसी रही पुलिस

पटना, जेएनएन। बिहार में अपराधियाें का खौफ कम नहीं हो रहा है। लूटपाट से लेकर हत्‍या तक को अपराधी आसानी से अंजाम दे रहे हैं। इस बार लुटेरों ने पटना-कोलकाता एक्‍सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया है। गुरुवार की रात पटना से चलकर कोलकाता को जाने वाली एक्सप्रेस (13132 डाउन ) में लुटेरों ने यात्रियों से जमकर लूटपाट की। सभी लुटेरे चाकू व पिस्‍टल से लैस थे। लुटेरों  को देखते यात्रियों में हड़कंप मच गया। बाढ़ रेलवे स्‍टेशन के निकट घटना को अंजाम दिया गया है। मोकामा पहुंचते ही पीडि़त यात्रियों ने हंगामा किया और जीआरपी में अपना बयान दर्ज कराया। आधे घंटे तक मोकामा स्‍टेशन पर ट्रेन रुकी रही। 

जानकारी के अनुसार, पटना-किउल रेलखंड पर स्थित बाढ़ स्‍टेशन पर करीब आधा दर्जन से ज्यादा लुटेरे ट्रेन में सवार हुए। सभी लुटेरों के पास चाकू, पिस्टल व अन्य तेज हथियार थे। गार्ड के बगल वाली जेनरल बोगी को बदमाशों ने निशाना बनाया। ट्रेन के बाढ़ स्टेशन से छूटते ही बदमाशों ने पिस्टल व चाक़ू दिखाकर लूटपाट शुरू कर दी। लुटेरों ने विरोध करनेवाले यात्रियों की पिटाई भी की। भयवश यात्रियों ने नकदी, कीमती मोबाइल आदि दे दिए। महिलाओं को भी नहीं छोड़ा। महिलाओं से गहने-जेवरात झपट लिये।

बताया जाता है कि लूटपाट की वारदात को अंजाम देते हुए लुटेरे कन्हाईपुर होल्ट पर आराम से उतरकर चलते बने, जबकि मोकामा रेल थाना के अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह लुटेरों के सहरी होल्ट पर उतरने की बात कह रहे हैं। वहीं, वारदात स्थल बाढ़ रेल पीपी काे बता रहे हैं। जीआरपी प्रभारी की मानें तो बदमाश लूटपाट कर ट्रेन को वैक्यूम कर सहरी होल्ट पर उतरे, वहीं यात्रियों ने बदमाशों के कन्हाईपुर होल्ट पर उतरने की बात कही है। यहां ट्रेन का ठहराव होने की बात भी कही गयी है। मामले को बाढ़ रेल पीपी का क्षेत्राधिकार बता कर बयान रेफर कर देने की बात कही गयी है।

ट्रेन के मोकामा पहुंचने पर पीड़ित यात्रियों ने जमकर हंगामा किया, तब जाकर पीड़ित यात्रियों का बयान दर्ज किया गया। पीड़ित यात्रियों में जमुई के रहने वाले सुशील कुमार, नालंदा के विन्द गांव निवासी समेत अन्य बताये गए हैं। कई पीड़ित यात्रियों ने पुलिस के झंझट में पड़ने से अपने को किनारा कर लिया। जानकारी के अनुसार ट्रेन में चलंत दस्ते में मात्र होम गार्ड के 2 जवान थे, जिनकी ड्यूटी मोकामा तक ही थी। हालांकि सुरक्षा बलों को इस वारदात की भनक तक नहीं लगी।

यह ट्रेन मोकामा में रात्रि करीब 7:52 बजे पहुंची थी, जो 8:16 बजे छूटने की बात बताई गयी है। वारदात को लेकर रेल पुलिस में हड़कंप मचा है, वहीं दो थाना क्षेत्रों के बीच क्षेत्राधिकार को लेकर विवाद फंसा है। गार्ड के बयान, गश्‍ती दल से पूछताछ समेत घटना स्थल की तहकीकात के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होने की बात कही गयी है । मामले की छानबीन की बात रेल पुलिस कह रही है। 

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