Crime Trend in Patna: हत्‍या कर गंगा में शव फेंक दे रहे बदमाश, हादसा मान जांच बंद कर देती पुलिस

पटना सिटी अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में मामूली विवाद को लेकर हत्याएं हो रही हैं। स्वजनों द्वारा शवों को गंगा में फेंके जाने की सूचना दिए जाने के बाद पुलिस गोताखोरों की मदद से कई दिनों दूर-दूर कर खोजती है। शव नहीं मिलने से अनुसंधान प्रभावित होता है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 02:49 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 02:49 PM (IST)
Crime Trend in Patna: हत्‍या कर गंगा में शव फेंक दे रहे बदमाश, हादसा मान जांच बंद कर देती पुलिस
राजधानी पटना में बदल गई अपराध की शैली। जागरण।

[अनिल कुमार] पटना। पटना सिटी अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में मामूली विवाद को लेकर हत्याएं हो रही हैं। कई मामलों में साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से हत्या कर शवों को गंगा में फेंक दिया जा रहा है। स्वजनों द्वारा शवों को गंगा में फेंके जाने की सूचना दिए जाने के बाद पुलिस गोताखोरों की मदद से कई दिनों दूर-दूर कर खोजती है। शव नहीं मिलने से अनुसंधान प्रभावित होता है। उधर शव की खोज में भटक रहे स्वजन गंगा घाट पहुंच शव मिलने की आस में टकटकी लगाए हैं।

11 नवंबर को हत्या कर फेंका था गंगा में शव

मालसलामी थाना क्षेत्र के गाड़ीवान टोला के 21 वर्षीय अक्षय उर्फ रिंकू को 11 नवंबर को घर से खींचकर चार दोस्त राहुल, संजय उर्फ खेसरिया, अजय उर्फ वीरू, दिनेश गोप नंदगोला घाट पर ले गए। वहां खेसारी यादव ने रिंकू को चार गोली मार हत्या कर दिया। उसके बाद बोरे में बंद रिंकू के शव को दोस्त दिनेश के बाइक पर लादकर नुरूद्दीनगंज घाट पर गंगा में फेंक दिए। दिनेश के बाइक तथा हत्या में प्रयुक्त कट्टा को भी उनलोगों ने गंगा में फेंक दिए। हत्या के दो दिन बाद गिरफ्तार राहुल के बयान पर पुलिस ने लापता का बाइक बरामद कर लिया। घटना के 21 दिन बाद भी रिंकू का शव गंगा से बरामद नहीं हो सका। हालांकि पुलिस सात दिनों तक शव के गंगा में फेंके गए शव खोजते रही। स्वजनों का कहना है तीन आरोपित छुट्टे घूम रहे हैं। शव खोजने की मांग कर अशोक राजपथ पर बवाल काटनेवाले 11लोगों को नामजद तथा 30 अज्ञात पर पुलिस ने मुकदमा भी किया। उनमें से तीन को जेल भी भेजा।

तीन हत्या में दो का शव गंगा में अबतक नहीं मिला

मालसलामी थाना क्षेत्र के पत्थर घाट में 17 अप्रैल की रात आपसी विवाद में ग्यारह बजे पिस्तौल, चापड़ तथा लोडे के रॉड से लैस 15 की संख्या में घुसे नकाबपोशों ने ठेला चालक सुरेश राय उर्फ भाना राय, पत्नी शीला देवी व बेटा राजू को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। प्राथमिकी में ममेरा भाई सोनू ने पुलिस को बताया कि आरोपितों ने तीनों की हत्याकर बॉडी को गंगा में फेंका। इन सभी को गंगा में फेंके जाने को लेकर पत्थर घाट से लेकर गंगा पार तक एसडीआरएफ द्वारा सर्च अभियान चलाया गया। पूर्वी एसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के दूसरे दिन गंगा में सघन खोजबीन के दौरान गंगा पार बिदुपुर में लापता शीला देवी की लाश मिली। परिजनों ने पहचान भी किया। पिता-पुत्र का शव आजतक बरामद नहीं हुआ। थानाध्यक्ष सुदामा कुमार सिंह ने बताया शीला की बॉडी मिलने के बाद हत्याकांड में आरोपित फरार आठ नामजदों में पत्थर घाट निवासी पड़ोसी विजय राय, अनिल राय, सुनील राय, उदय राय, बब्लू राय व बल्लभ राय, भैसानी टोला के सुनील राय व कैमाशिकोह के रंजीत राय के घर की कुर्की भी की गई। पुलिसिया कार्रवाई जारी है। इधर न्याय की आस में भटक रहे स्वजनों का आरोप है सभी आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं।

chat bot
आपका साथी