पटना में तेजी से बढ़ने लगे हैं कोविड के मरीज, सात दिनों के आंकड़े ने उड़ाई स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की नींद

Bihar Coronavirus पटना में कोविड के मरीज अचानक फिर से बढ़ने लगे हैं। पिछले सात दिनों में शहर के 21 मुहल्‍लों से नए संक्रमित मिलने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य विभाग परेशान है। चिंता इसलिए भी बड़ी है कि पटना शहर में 100 फीसद टीकाकरण की बात कही जा रही है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 06:52 AM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 06:52 AM (IST)
पटना में तेजी से बढ़ने लगे हैं कोविड के मरीज, सात दिनों के आंकड़े ने उड़ाई स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की नींद
पटना में तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्‍या। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, पवन कुमार मिश्र। बिहार की राजधानी पटना में कोरोना संक्रमण के मामले गत सात दिनों में तेजी से बढ़े हैं। इस बीच शहरी क्षेत्र के 21 मोहल्लों में 31 नए संक्रमित मिले हैं। इसके विपरीत बाढ़, मसौढ़ी और संपतचक प्रखंड में एक-एक संक्रमित मिला है। 34 में से सिर्फ दो एम्स पटना में भर्ती हैं जबकि 32 होम आइसोलेशन में हैं। सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है। इनमें से करीब 50 फीसद की उम्र 40 या उससे कम हैं। बताते चलें कि विशेषज्ञों को आशंका थी कि छठ महापर्व के पांच दिन बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है। इसके देखते हुए कोरोना के लिए सबसे संवेदनशील माने जाने वाले पटना जिले में 15 से 22 नवंबर के बीच मिले संक्रमितों का आंकड़ा तैयार किया गया है।

इससे पहले 16 अगस्त को थे 34 मरीज

दूसरी लहर का कहर थमने के बाद 16 अगस्त को जिले में 34 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा था। करीब सौ दिन बाद जिले में उपचाराधीन मरीजों का आंकड़ा 34 पर पहुंचा। विशेषज्ञ इसका कारण दीपावली व छठ महापर्व के दौरान कोरोना अनुकूल व्यवहार की अनदेखी को मान रहे हैं। उनके अनुसार लोग अन्य राज्यों से आए और लक्षण होने के बावजूद कोरोना की जांच नहीं कराई। कमजोर इम्यूनिटी वाले जो लोग उनके संपर्क में आए, वे संक्रमित हो गए। बताते चलें कि सितंबर के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक जिले में उपचाराधीन मरीजों का आंकड़ा 8 से 12 के बीच रह रहा था। एक नवंबर को यह 22 और पुन: 8 नवंबर को 18 पर पहुंच गया था।

इस बार महिलाएं ज्यादा संक्रमित

दूसरी लहर की तुलना में इस बार संक्रमितों में महिलाओं की संख्या बढ़ी है। 34 में से 11 महिलाएं कोरोना से पीडि़त है। इसका कारण दीपावली और महापर्व में महिलाओं का खरीदारी और अन्य कार्यों से बाहर निकलना या अन्य राज्यों से घर लौटे स्वजन से संक्रमण मिलना माना जा रहा है। महिलाओं के कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लेने को भी कारण माना जा रहा है।

33 प्रतिशत ने निजी लैब में कराई जांच 

कोरोना जांच की संख्या घटने के बावजूद तीन से चार दिन में रिपोर्ट मिलने और एंटीजन पाजिटिव आने के बाद ही आरटी-पीसीआर जांच कराने के नियम के कारण काफी लोग निजी लैब में कोरोना जांच करा रहे हैं। सात दिन में जिन 34 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है, उनमें से 12 ने निजी लैब में जांच कराई है। आशंकित लोग सरकारी अस्पतालों में पहले जांच कराते हैं, लेकिन निगेटिव हो या पाजिटिव वे दूसरी बार निजी लैब में ही सैंपल दे रहे हैं।

स्थान,  कोरोना संक्रमित पारस हास्पिटल, 03 रूबन हास्पिटल, 01 नेहरू नगर,  04 पटेलनगर, 03 आनंदपुरी, 02, कंकड़बाग, 01 मंदिरी, 01 जीएम रोड, 01 वेदनपुर रुकनपुरा, 01 नागेश्वर कालोनी, 01 नासरीगंज, 01 दीवान मोड़, 01 राजेंद्र नगर रोड नंबर 13, 01 रानीपुर, 01 सीएम हाउस में तैनाती को आया जवान, 01 हाईकोर्ट , 01 खेमनीचक, 01 आरके नगर, 01 बोरिंग रोड, 01 बाढ़ पीएचसी, 03, मसौढ़ी पीएचसी, 02 फुलवारीशरीफ, 01

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