कोरोना वॉरियर्स बन मदद के नाम पर ठगने वाले गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस को पटना में मिली कामियाबी
कोरोना वॉरियर्स बन मदद के नाम पर चल रही साइबर ठगी के मामले में दिल्ली पुलिस और बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने संयुक्त छापेमारी कर सोमवार को दानापुर से दो शातिरों को गिरफ्तार किया है।
राज्य ब्यूरो, पटना। कोरोना वॉरियर्स बन मदद के नाम पर चल रही साइबर ठगी के मामले में दिल्ली पुलिस और बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने संयुक्त छापेमारी कर सोमवार को दानापुर से दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान किशन कुमार और समीर खान के रूप में हुई है। दोनों दानापुर के तकिया पर के रहने वाले हैं। इन्होंने दिल्ली में मरीज के परिजन से ऑक्सीजन सिलेंडर और दवा उपलब्ध कराने के नाम पर पैसे अपने अकाउंट में मांगे थे और फिर मोबाइल बंद कर लिया था। 24 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इसको लेकर कार्रवाई की गई है। पकड़े गए दोनों शातिरों के पास से कई एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक आदि बरामद किए गए हैं।
कोलकाता के पते पर खरीदा था एटीएम
पुलिस को जांच में पता चला कि मोबाइल सिम कार्ड कोलकाता के पते पर खरीदा गया था। नाम भी गलत था। पहले इन अपराधियों की तलाश कोलकाता के दिए पते पर चल रही थी। बाद में इनके मोबाइल का टावर लोकेशन निकाला गया, जो बिहार के दानापुर में मिला।
कोरोना वॉरियर्स बन करते थे ठगी
पकड़े गए साइबर अपराधी कोरोना वारियर्स बन कर लोगों से ठगी करते थे। फेसबुक, ट्वीटर पर मदद की गुहार के लिए लगाए गए पोस्ट से यह मरीज का नाम और उनके स्वजनों का मोबाइल नंबर निकाल लेते थे और उसके बाद कॉल कर जरूरी ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयां देने के नाम पर अपने अकाउंट में पैसे मंगा लेते थे। इतना ही नहीं अपराधियों ने इंटरनेट मीडिया की मदद से अपना नाम और नंबर भी ऑक्सीजन सिलेंडर व दवाइयां उपलब्ध कराने का हवाला देते हुए वायरल करा दिया था। जब मरीज के परिजन इन नंबरों पर कॉल करते थे तो वह अपने अकाउंट में पैसे मंगा लेते थे और फिर मोबाइल ऑफ कर देते थे।