कल से एम्स हर दिन करेगा दो हजार आरटी-पीसीआर जांच
पटना। कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड मानी जाने वाली आरटी-पीसीआर जांच का द
पटना। कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड मानी जाने वाली आरटी-पीसीआर जांच का दायरा बढ़ाने की सरकार की कोशिशें अब रंग ला रही हैं। एम्स पटना में सोमवार को तीसरी अत्याधुनिक आरटी-पीसीआर मशीन का उद्घाटन किया जाएगा। इसके साथ यहां हर दिन दो हजार से अधिक नमूनों की जांच की जा सकेगी। दूसरी ओर, कोविड अस्पताल एनएमसीएच को एक माह पूर्व मिले ऑटोमेटिक आरएनए एक्स्ट्रैक्शन और आरटी-पीसीआर मशीन से मंगलवार को जांच शुरू हो जाएगी।
एम्स के चिकित्स अधीक्षक ने बताया, अभी दो मशीनों से हर दिन करीब हजार नमूनों की जांच आरटी-पीसीआर विधि से की जा रही है। सोमवार से नई मशीन शुरू होने के बाद यह संख्या दोगुनी हो जाएगी। बताते चलें कि आरटी-पीसीआर विधि से अधिक से अधिक कराने के लिए सरकार पटना व अन्य जिलों के नमूने भी एम्स भिजवाएगी।
वहीं, बीएमएसआइसीएल के प्रबंध निदेशक प्रदीप झा ने बताया, कोविड अस्पताल एनएमसीएच को जो आरटी-पीसीआर मशीन उपलब्ध कराई थी, उससे मंगलवार को जांच शुरू हो जाएगी। बताते चलें कि एक माह पूर्व एनएमसीएच को यह मशीन मिली थी लेकिन कुछ उपकरण नहीं होने के कारण जांच नहीं हो रही थी। पीएमसीएच को जो दूसरी आरटी-पीसीआर मशीन मिली है, उसे भी अभी तक स्थापित नहीं किया जा सका है। आरटी-पीसीआर जांच पर सरकार का जोर क्यों :
रैपिड एंटीजन किट से उन्हीं लोगों की रिपोर्ट सही आती है, जिनमें वायरस लोड काफी अधिक होता है। लक्षण होने पर भी निगेटिव रिपोर्ट आने पर आरटी-पीसीआर जांच कराने को डॉक्टर कहते हैं। हाल के दिनों में एंटीजन किट से पॉजिटिव रिपोर्ट आने की संख्या में भारी कमी आई है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने 15 सितंबर तक आरटी-पीसीआर जांच की संख्या दोगुनी करने का आदेश दिया था। इसी क्रम में 8 जिलों में आरटी-पीसीआर लैब की स्थापना करने और पहले से संचालित 9 लैब में आरटी-पीसीआर मशीनों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
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राहत की खबर :
- सरकार के आरटी-पीसीआर विधि से कोरोना जांच वृद्धि को लगी तीसरी मशीन
- एनएमसीएच में अत्याधुनिक आरटी-पीसीआर मशीन मंगलवार से करेगी जांच