बिहार के निजी अस्पतालों में मात्र इतने पैसे देकर लगेगा कोरोना टीका, पहचान पत्र देना होगा जरूरी

सरकार ने बिहार के तय निजी अस्पतालों में टीका करण की कीमत तय कर दी है। शनिवार को राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि 60 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण का निबंधन पहली मार्च से शुरू हो जाएगा।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 08:25 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 08:25 PM (IST)
बिहार के निजी अस्पतालों में मात्र इतने पैसे देकर लगेगा कोरोना टीका, पहचान पत्र देना होगा जरूरी
सरकार ने बिहार के तय निजी अस्पतालों में टीका करण की कीमत तय कर दी है।

राज्य ब्यूरो, पटनाः सरकार ने बिहार के तय निजी अस्पतालों में टीका करण की कीमत तय कर दी है। शनिवार को राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि 60 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण का निबंधन पहली मार्च से शुरू हो जाएगा। टीकाकरण दो मार्च से होगा। निजी अस्पतालों में कोरोना टीका लेने के लिए लोगों 250 रुपये प्रति डोज कीमत चुकाना होगा।  150 रुपये टीके की कीमत और 100 रुपये अस्पताल का सर्विस चार्ज शामिल है। स्वास्थ्य विभाग रविवार को ड्राइरन चलाएगा।

निजी अस्पतालों को टीके की आपूर्ति स्वास्थ्य विभाग करेगा। पत्रकारों से रूबरू मनोज ने कहा कि एक परिवार के एक मोबाइल नंबर पर चार लोगों का टीकाकरण के लिए निबंधन हो सकता है। टीके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपना सरकारी पहचान पत्र देना होगा। कोरोना टीकाकरण का निबंधन के लिए आधार को अनिवार्य किया गया है। हालांकि विशेष परिस्थिति में दूसरे सरकारी पहचान पत्र पर भी विचार किया जाएगा।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल तक में कोरोना के टीके मुफ्त लगाए जाएंगे। निजी अस्पताल अगर तय राशि से अधिक लेता है तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए टॉल फ्री नंबर 104 पर शिकायत कर सकते हैं। शुरू में 700 टीका केंद्र बनाया गया है। 15 मार्च तक इसे बढ़ाकर 1000 केंद्र करने की योजना है। 31 मार्च तक केंद्र की संख्या बढ़कर 1200 की जाएगी। 30 अप्रैल तक 1800 केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया है।

20 गंभीर बीमारियों वालों दो से होगा टीकाकारण

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने बताया कि 20 तरह के गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 से 59 वर्ष के लोगों के भी टीकाकरण तीसरे चरण में भी किए जाएंगे। इसके लिए संबंधित बीमारी का डॉक्टर का प्रमाण पत्र देना होगा।

तीसरे चरण में 1.58 करोड़ लोगों का लक्ष्य

कार्यपालक निदेशक ने कहा कि तीसरे चरण में प्रदेश के 1.58 करोड़ लोगों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें करीब 1.08 करोड़ लोग 59 वर्ष से ऊपर के हैं। वहीं, करीब 50 लाख 20 तय गंभीर बीमारी वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक 399831 स्वास्थ्यकर्मी और 160496 फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना टीके का प्रथम खुराक दी गई है। वहीं, 79212 को दूसरा डोज भी पर गया है।

chat bot
आपका साथी