बिहार में कोरोना संक्रमण हुआ हवा-हवाई, जीएसटी से हुई शानदार कमाई; यहां देखें आंकड़ा

बिहार में वस्तु एवं सेवा कर से प्राप्त राजस्व शानदार और संतोषजनक संकेत दे रहा है। बिहार में वस्तु एवं सेवा कर की स्थिति कोरोना पूर्व से भी अच्छी है। सीधे कहें तो प्रदेश में कोरोना काल से पूर्व से भी जुलाई में अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:54 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 04:54 PM (IST)
बिहार में कोरोना संक्रमण हुआ हवा-हवाई, जीएसटी से हुई शानदार कमाई; यहां देखें आंकड़ा
बिहार में जीएसटी से शानदार कमाई हुई है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटना : जुलाई महीने में बिहार में वस्तु एवं सेवा कर से प्राप्त राजस्व शानदार और संतोषजनक संकेत दे रहा है। बिहार में वस्तु एवं सेवा कर की स्थिति कोरोना पूर्व से भी अच्छी है। सीधे कहें तो प्रदेश में कोरोना काल से पूर्व से भी जुलाई में अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। वर्ष 2021 के जुलाई माह में सीजीएसटी और एसजीएसटी के माध्यम से 1263.64 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। यह वर्ष 2020 के जुलाई माह की तुलना में 219.99 करोड़ रुपये, और वर्ष 2019 के जुलाई माह की तुलना में 113.69 करोड़ रुपये अधिक है। 

बिहार के संदर्भ में जारी जीएसटी संबंधी आंकड़े कोरोना पर भारी दिख रहे हैं। कोरोना की वजह से बाजार पर आंशिक बंदिश के बावजूद राजस्व बढ़ा है। सबसे खास बात यह है कि कोरोना काल शुरू होने से पूर्व वर्ष 2019 के जुलाई माह में जो राजस्व मिला था, उससे भी अधिक राजस्व जुलाई 2021 में प्राप्त हुआ है। यह 113.69 करोड़ रुपये अधिक है। 

जुलाई 2019

644.35 करोड़ रुपये

जुलाई-2020

560.04 करोड़ रुपये

जुलाई 2021

647.19 करोड़ रुपये

एसजीएसटी से प्राप्त राजस्व-

जुलाई-2019

505.6 करोड़ रुपये

जुलाई-2020

483.61 करोड़ रुपये

जुलाई-2021

616.45 करोड़ रुपये

सीजीएसटी और एसजीएसटी से प्राप्त कुल राजस्व

जुलाई-2019

1149.95 करोड़ रुपये

जुलाई 2020

1043.65 करोड़ रुपये

जुलाई-2021

1263.64 करोड़ रुपये

यह भी जानें

वर्ष 2020 की जुलाई की तुलना में वर्ष 2021 की समान अवधि में 219.99 करोड़ रुपये अधिक मिला जीएसटी 

वर्ष 2019 की जुलाई की तुलना में वर्ष 2021 की समान अवधि में 113.69 करोड़ रुपये अधिक मिला राजस्व

बाजार खुल जाएं तो वस्तुओं की मांग और बढ़ेगी


जानकारों का कहना है कि यह स्थिति तब है जब अभी बाजार को पूरी तरह से नहीं खोला गया है। अधिकांश दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान अभी माह में 12 दिन ही खुल रहे हैं। प्रदेश में अभी कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। अगर बाजार पूरी तरह से खुल जाएं तो वस्तुओं की मांग और बढ़ेगी। साथ ही जीएसटी राजस्व में भी वृद्धि तय है।

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