बिहार की राजधानी में कोरोना के सबसे अधिक मामले, अब रोज 3700 लोगों की होगी जांच
बिहार की राजधानी कोरोना का हॉटस्पॉट बनती जा रही है। यहां रोजाना 400 से अधिक संक्रमित मिल रहे हैं। अब जांच को लेकर राहत भरी खबर है।
पटना, जेएनएन। पटना में कोरोना की चेन टूटने का नाम नहीं ले रही। बिहार में कोरोना के मामले में पटना टॉप पर बना हुआ है। यहां अबतक 10989 मामले सामने आ चुके हैं। बुधवार को भी 478 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। ऐसो में कोरोना की रोकथाम को अधिक से अधिक लोगों की जांच की जरूरत है। इसे देखते हुए जिलों में हर दिन हो रहे टेस्ट का लक्ष्य बढ़ा दिया गया है। पटना जिले में प्रतिदिन का लक्ष्य 2800 सैंपल से बढ़ाकर 3700 कर दिया गया है। इनमें से 35 सौ नमूनों की जांच एंटीजन रैपिड किट और 200 जांच आरटीपीसीआर विधि से की जाएगी। लक्ष्य प्राप्त करने को सिविल सर्जन कार्यालय की टीम मंगलवार से तैयारी में जुटी है। हालांकि, लैब तकनीशियनों की भारी कमी के कारण वैकल्पिक उपायों की तलाश की जा रही है।
पीएमसीएच की तरह एएनएम पर भरोसा
सिविल सर्जन कार्यालय से जितने भी लैब तकनीशियन संबद्ध हैं, वे सभी कोरोना जांच कार्य में लगे हैं। इनमें से अबतक आठ संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में हर दिन करीब 900 सैंपल की अतिरिक्त जांच का लक्ष्य पूरा करने के लिए पीएमसीएच की तरह एएनएम से एंटीजन रैपिड किट जांच कराने की तैयारी है। बताते चलें कि पीएमसीएच ने सभी विभागों की इमरजेंसी समेत जिन दस जगहों पर रोगियों व अस्पतालकर्मियों की कोरोना जांच की व्यवस्था की है, वहां एएनएम को ही इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जल्द निकलेगा तकनीशियन बहाली का विज्ञापन
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि हर दिन 3700 जांच लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार जल्द ही कांट्रैक्ट पर लैब तकनीशियन की बहाली करने जा रही है। एक-दो दिन में इसका विज्ञापन भी आ सकता है। कोरोना की रोकथाम के लिए जल्द से जल्द अधिक से अधिक लोगों की जांच करने को प्रशिक्षण देकर एएनएम से एंटीजन रैपिड किट से जांच कराई जा सकती है।