Corona Lockdown: कोरोना से तीन मोर्चों पर जंग लड़ रहा बिहार, संभव है लॉकडाउन में हो विस्‍तार

Corona Lockdown बिहार सरकार कोरोना से तीन मोर्चों पर मोर्चा ले रही है। उद्देश्‍य यह है कि संक्रमण की चेन तोड़ कर नया संक्रमण बचाते हुए संक्रमित लोगों को स्‍वस्‍थ किया जाए।

By Amit AlokEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 03:46 PM (IST) Updated:Wed, 08 Apr 2020 03:54 PM (IST)
Corona Lockdown: कोरोना से तीन मोर्चों पर जंग लड़ रहा बिहार, संभव है लॉकडाउन में हो विस्‍तार
Corona Lockdown: कोरोना से तीन मोर्चों पर जंग लड़ रहा बिहार, संभव है लॉकडाउन में हो विस्‍तार

पटना, अरविंद शर्मा। CoronaVirus: बिहार कोरोना को कड़ी टक्कर दे रहा है। यह लड़ाई तीन मोर्चे पर हो रही है। कोशिश यही है कि संक्रमण की चेन टूट जाए, संक्रमित मरीज स्वस्थ हो जाएं और नए संक्रमण के सभी रास्ते लॉक रखे रहें, ताकि लॉकडाउन (Lockdown) के उद्देश्य को पूरा किया जा सके। 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन से छूट देने और नहीं देने का फैसला अभी होना है, लेकिन बिहार का मानना है कि खतरा एकदम नहीं उठाना है। ऐसे में सभव है कि लॉकडाउन में विस्‍तार (Lockdown Extension) हो।

स्थितियां दे रहीं साथ, तो लड़ने वालों का बढ़ रहा उत्साह

प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्‍या 18 दिन बाद भी 50 से कम (सिर्फ 38) है। प्रति 10 लाख की आबादी पर दो मरीजों की तुलना में बिहार में प्रति 52 लाख की आबादी पर महज एक मरीज है। 15 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ भी हुए हैं। अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो 14 अप्रैल तक मौजूदा मरीजों की संख्‍या और नीचे आ सकती है। संक्रमित लोगों के जिलों की संख्‍या भी महज 10 है, जो 30 फीसद के दायरे से कम है। ऐसे में केंद्र सरकार के प्रावधानों के तहत बिहार को छूट की दूसरी कैटेगरी में रखा जा सकता है और कई तरह के प्रतिबंधों से मुक्ति मिल सकती है।

परदेसी सरकार के निशाने पर, उन्हें जांच लिया गया

कोरोना का पहला मामला मिलने के दिन से ही बिहार की गंभीरता दिखने लगी थी, जब मुख्‍यमंत्री CM) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने 22 मार्च (केंद्र से दो दिन पहले) को ही नौ दिनों के लिए संपूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया था। अगले ही दिन विधानसभा के बजट सत्र (Budget Session of Bihar Assembly) को भी स्थगित कर दिया गया। एक-दो दिनों के भीतर पार्क बंद कर दिए गए। प्रारंभिक स्थिति से ही साफ हो गया कि बिहार में खाड़ी देशों (Gulf Countries) से आने वाले प्रवासी खतरा हैं। सबकी खबर ली गई। सबको बुलाया गया।

विदेश से आने वाले हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग (Screening) की गई। इस स्क्रीनिंग में दो दर्जन संक्रमित (Corona Positive) मिल गए। विदेशियों को घरों में क्वारंटाइन (Quarantine) किया गया। संक्रमितों के मेल-जोल वाले हर व्यक्ति की जांच कर ली गई। लिहाजा हॉटस्पॉट (Hot Spot) चिह्नित हो गए। उनसे जुड़े इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर सैनिटाइज किया गया। लिहाजा थर्ड स्टेज (Third Stage) जैसे संक्रमण का खतरा टल गया।

अब संदिग्धों की पहचान के लिए साढ़े आठ लाख जीविका दीदियों को लगा दिया गया। मुखिया-सरपंच एवं नगर निकायों के प्रतिनिधियों की मदद भी ली जाने लगी। गांव वालों को भी सजग कर दिया गया। स्कूलों और सामुदायिक भवनों को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया गया।

हर संदिग्ध स्थान को किया जा रहा सैनिटाइज

प्रदेश के छोटे-बड़े 143 शहरों को सैनेटाइज किया जाने लगा। फायर ब्रिगेड की गाडि़यां मोहल्लों की संकरी गलियों में भी घूमने लगीं। दमकल की छोटी-बड़ी गाडिय़ों से कॉलोनी, नाली-गली, होटल, अस्पताल, स्टेशन, बस स्टैंड समेत सभी सामुदायिक स्थानों पर छिड़काव होने लगा।

बाजार खुले हैं, तो वहां बन रहे सैनिटाइजर टनल

कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए बिहार के प्रयासों का अहसास किया जा सकता है। नगर निगम वाले प्रदेश के 12 बड़े शहरों में सैनिटाइजर गेट बनाने की तैयारी है। पटना में दो और गया में तीन ऐसे गेट काम करने लगे हैं। बाकी नौ शहरों में बनने की प्रक्रिया में है।

लॉकडाउन को लेकर जारी रहेगी सख्‍ती

लॉकडाउन को सफल बनाने में पुलिस की भूमिका बड़ी हो गई। रोड पर निकलने वालों को समझाने-बुझाने के साथ डंडे भी चलने लगे। पुलिस की कोशिश है कि मरीजों की संख्‍या नहीं बढ़े। इसके लिए क्वारंटाइन सेंटर से भागने वालों पर भी मुकदमे होने लगे हैं। लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए सख्‍ती का आलम यह है कि अब तक 10 हजार वाहन जब्त किए गए और सात सौ के खिलाफ मुकदमा किया गया, 420 लोगों को जेल भी भेजा गया है। सख्‍त अनुशासन के बूते लोगों को घरों से निकलने पर रोक लगा दी गई है।

chat bot
आपका साथी