पास से गुजरने पर भी संक्रमित कर देता है कोरोना का डेल्टा प्लस वैरियंट, पटना के डाक्टरों ने किया अलर्ट
डेल्टा प्लस वैरियंट का खौफ पटना वालों को नहीं है। डेल्टा प्लस वैरियंट इतना संक्रामक है कि पास से गुजरने पर भी आपको बीमार कर सकता है। इससे बचाव का एक ही उपाय है कि कोविड प्रोटोकाल को अपनी आदत बना लिया जाए।
जागरण संवाददाता, पटना : अनलाक के साथ ही राजधानीवासी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की भयावहता को भूलते दिख रहे हैं। यही नहीं, उन्हें आशंकित तीसरी लहर और खतरनाक माने जा रहे डेल्टा प्लस वैरियंट का भी खौफ नहीं है। डेल्टा प्लस वैरियंट इतना संक्रामक है कि पास से गुजरने पर भी आपको बीमार कर सकता है। इससे बचाव का एक ही उपाय है कि कोविड प्रोटोकाल को अपनी आदत बना लिया जाए। वहीं, राजधानी की सड़कों, आटो-बसों, बाजारों से लेकर अस्पतालों तक में जगह-जगह लोगों के जमघट के साथ करीब 50 फीसद लोग दोबारा बिना मास्क के दिखने लगे हैं। राजधानीवासियों के इस व्यवहार को देखकर कोरोना से जूझ रहे डाक्टर परेशान हैं। उनका मानना है कि राजधानीवासियों का यही व्यवहार रहा तो तीसरी लहर समय से पहले ही आ सकती है।
देश में डेल्टा प्लस के 40 मामले आ चुके सामने
एम्स के कोरोना नोडल पदाधिकारी डा. संजीव कुमार के अनुसार, पहली और दूसरी लहर के बजाय तीसरी में कोरोना वायरस बहुत संक्रामक रूप में सामने आने की आशंका है। अबतक माना जा रहा था कि दो गज से कम दूरी पर दो से तीन मिनट रुकने पर संक्रमण की आशंका थी। वहीं, डेल्टा प्लस वैरियंट इतना संक्रामक है कि यदि आप बिना मास्क पहने इस वैरियंट से संक्रमित व्यक्ति के बगल से भी गुजरते हैं तो बीमार हो जाएंगे। इससे बचाव का एक ही उपाय है कि हम सभी सख्ती से कोविड कल्चर की आदत डाल लें। वैक्सीन की दोनों डोज लेकर खुद को सुरक्षित मान रहे लोगों में गंभीर लक्षण भले ही नहीं उभरें लेकिन वे न केवल संक्रमित हो सकते हैं बल्कि अपनों को भी बीमार कर सकते हैं। जो लोग दो लहर में संक्रमित नहीं हुए हैं, उन्हें यह नहीं मानना चाहिए कि तीसरी लहर में भी सुरक्षित रहेंगे। ऐसे में कोरोना की चेन तोडऩे के लिए जरूरी है कि हर शख्स कम से कम बाहर निकले, जमघट या चौपाल लगाने से बचें, बिना मास्क बाहर नहीं निकलें और मास्क को सही ढंग से पूरे समय पहने रहें। यदि मास्क बीच में उतारना पड़े तो उसकी जगह नया या साफ किया दूसरा मास्क पहनें और हाथों को धोते रहें।
संक्रमित घटे, कोरोना वायरस अभी आसपास
राजधानी के वायरोलाजिस्ट डा. प्रभात रंजन के अनुसार दूसरी लहर ढलान पर है, संक्रमितों की संख्या भी घट रही है लेकिन कोरोना वायरस हमारे आसपास अब भी मौजूद है। जीवित रहने के लिए वह नए लोगों की तलाश में है, ऐसे में सावधानी हटते ही बीमार होना तय है। तीसरी लहर आने की आशंका 15 नवंबर से 15 जनवरी के बीच सर्वाधिक है लेकिन डेल्टा प्लस जैसे संक्रामक वैरियंट और हमारी लापरवाही से यह एक से डेढ़ माह या उससे पहले भी आ सकती है।
मास्क पहनने की कराई जा रही अपील
सिविल सर्जन पटना डा. विभा कुमारी सिंह ने कहा कि पटना के भीड़भाड़ इलाकों-बाजारों में लगातार धावादल से मास्क पहनने की अपील कराई जा रही है। बावजूद इसके लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। यही नहीं सर्दी-जुकाम, बुखार, दस्त, उल्टी महसूस होने समेत लक्षण होने पर भी कोरोना जांच नहीं करा रहे हैं। दोनों की लहरों में पटना में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। ऐसे में यदि लोग यूं ही लापरवाही करते रहेंगे तो तीसरी लहर को रोकना मुश्किल होगा। ऐसे में सभी को जल्द से जल्द वैक्सीन की दोनों डोज ले लेनी चाहिए ताकि वे गंभीर परिणामों से सुरक्षित रह सकें।