पटना-गया-डोभी हाइवे का निर्माण अगले साल तक होगा पूरा, नितिन गडकरी ने महात्‍मा गांधी सेतु के बारे में कही ये बात

मोदी के एक अन्य प्रश्न पर गडकरी ने कहा कि पीएम पैकेज के तहत पटना के महात्मा गांधी सेतु के समानांतर चार लेन वाले पुल तथा आठ लेन के पहुंच पथ की स्वीकृति दी गई है। इसकी लागत 2962.42 करोड़ रुपये है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 09:41 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 09:41 AM (IST)
पटना-गया-डोभी हाइवे का निर्माण अगले साल तक होगा पूरा, नितिन गडकरी ने महात्‍मा गांधी सेतु के बारे में कही ये बात
जापान के सहयोग से हो रहा बिहार में एनएच का निर्माण। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। Patna-Gaya-Dobhi National Highway: केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Central Minister for Road Transport and Highway Nitin Gadkari) ने कहा है कि जापान के सहयोग से दिसंबर 2022 तक पटना-गया-डोभी सड़क का निर्माण पूरा होगा। इस सड़क के निर्माण पर करीब 1610 करोड़ रुपये की लागत आएगी। तीनों पैकेज के लिए भूमि उपलब्ध हो गई है। जमीन ना मिलने से विगत 5 वर्षों से इस राजमार्ग का निर्माण कार्य अटका हुआ था। गडकरी सोमवार को राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (Rajyasabha Member Sushil Kumar Modi) के प्रश्न का सदन में जवाब दे रहे थे।

अगले वर्ष तक पूरा होगा पटना-गया-डोभी सड़क का निर्माण पूरी परियोजना पर आएगी तकरीबन 1610 करोड़ रुपये की लागत सुशील मोदी के सवाल पर सड़क, परिवहन मंत्री का जवाब

नवंबर-दिसंबर 2020 से शुरू हुआ था काम

मंत्री ने बताया कि पटना-गया-डोभी (127 किमी) सड़क का निर्माण कार्य नवंबर-दिसंबर, 2020 से शुरू किया गया है, जिसपर मई, 2021 तक 91.15 करोड़ खर्च किये गए है तथा तीनों पैकेजों की भौतिक प्रगति अभी औसत नौ प्रतिशत है।

महात्‍मा गांधी सेतु के समांतर नए पुल का निर्माण 2024 तक

मोदी के एक अन्य प्रश्न पर गडकरी ने कहा कि पीएम पैकेज के तहत पटना के महात्मा गांधी सेतु के समानांतर चार लेन वाले पुल तथा आठ लेन के पहुंच पथ की स्वीकृति दी गई है जिसकी लागत 2962.42 करोड़ रुपये है। इसी साल 25 मार्च, 2021 से इसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और अभी तक भौतिक प्रगति 4 फीसद है। सितंबर 2024 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।

महात्‍मा गांधी सेतु का भी हो रहा जीर्णोद्धार

पटना में महात्‍मा गांधी सेतु का भी जीर्णोद्धार किया जा रहा है। सेतु के एक लेन को पूरी तरह तोड़कर फिर से बनाया गया है। अब ऐसा ही दूसरी लेन के साथ किया जा रहा है। दूसरी लेन की मरम्‍मत इस साल के अंत तक पूरी होने की उम्‍मीद जताई जा रही है।

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