कोरोना के बाद बाढ़ व बारिश में फंसा निर्माण सामग्री बाजार

-25 से 30 हजार करोड़ का होता है सालाना कारोबार -06 महीनों में 300-400 करोड़ का ही हो सका कारोबार -22 मार्च से मई के मध्य तक उद्योग पूरी तरह रह बंद -50 फीसद कर्मियों के साथ कारोबार शुरू हुआ तो बाढ़ बारिश और चुनाव का असर ------ - मांग कम होने से फैक्ट्रियों में भी प्रभावित हो रहा उत्पादन 30-40 फीसद कर्मचारियों की कर दी गई छुट्टी -------------- जागरण संवाददाता पटना

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 07:54 AM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 07:54 AM (IST)
कोरोना के बाद बाढ़ व बारिश में फंसा निर्माण सामग्री बाजार
कोरोना के बाद बाढ़ व बारिश में फंसा निर्माण सामग्री बाजार

पटना । कोरोना संक्रमण के कारण मंदी झेल रहे निर्माण सामग्री से जुड़े उद्योग जगत को अब बाढ़ व बारिश ने कमर तोड़ दी। अब विस चुनाव के कारण दो महीने तक बाजार मंदा रहेगा।

कंस्ट्रक्शन सेक्टर से जुड़े कारोबार का सालाना टर्न ओवर 25 से 30 हजार करोड़ का होता है। लॉकडाउन के कारण 22 मार्च से मई के मध्य तक उद्योग पूरी तरह बंद रहा। इसके बाद 50 फीसद कर्मियों के साथ कारोबार शुरू हुआ तो बाढ़, बारिश और चुनाव का असर।

चैंबर व बीआइए के अधिकारियों की मानें तो बीते छह महीनों में कारोबार महज 300-400 करोड़ में सिमट गया है।

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नहीं आ रहे ऑर्डर

निर्माण सेक्टर से जुड़े उद्यमियों के अनुसार, उत्तर बिहार पूरी तरह बाढ़ की चपेट में है। अगस्त-सितंबर में बारिश के कारण कार्य बंद है। अब चुनाव को लेकर भी अगले दो महीने तक कारोबार नहीं के बराबर होगा। उत्तर बिहार में निर्माण कार्य लगभग बंद है। वहां से कारोबारियों के ऑर्डर नहीं आ रहे। कोरोना का असर अब भी जारी है। डिमांड काफी कम हो गया है। सामान्य दिनों की अपेक्षा उत्पादन केवल 30-40 फीसद ही है।

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कहते हैं व्यवसायी

कोरोना की मार से अभी व्यापारी उबर नहीं पाए हैं कि बाढ़ के कारण सीमेंट, सरिया, टाइल्स, मार्बल, हार्डवेयर सेक्टर में काफी क्षति दिख रही है। अभी इस सेक्टर को उबरने में काफी समय लगेगा।

- राम लाल खेतान, अध्यक्ष, बीआइए

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सरिया बिक्री महज 20-25 ही है। इसके कारण निर्माण पूरी तरह प्रभावित है। नियमित कर्मी को किसी तरह मासिक भुगतान किया जा रहा है। जरूरत पर आने वाले कर्मचारियों को फिलहाल कार्य नहीं मिल पा रहा है।

- सुभाष पटवारी, स्टील कारोबारी

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अप्रैल व मई में कार्य पूरी तरह बंद रहा। जून से कार्य आरंभ हुआ। जून में अलटरनेट डे पर कार्य हुआ। धीरे-धीरे लोग बढ़ रहे हैं। अगस्त तक कारोबार प्रभावित था।

- घनश्याम पटवारी, टाइल्स कारोबारी

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कारोबार का गणित

-500 से 1000 हजार करोड़ के करीब है सरिया उद्योग का सालाना कारोबार

-1000 से 2000 हजार करोड़ के करीब है सीमेंट उद्योग का सालाना कारोबार

-500 से 1000 हजार करोड़ है टाइल्स-मार्बल उद्योग का सालाना कारोबार

-500 से 1000 हजार करोड़ के लगभग है हार्डवेयर का सालाना कारोबार

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