बिहार चुनाव में मिली हार भूल बुनियाद मजबूत करेंगे कांग्रेसी, मुरली भैरवा से भितिहरवा तक होगी पद यात्रा
बड़ी पराजय के बाद बिहार के कांग्रेसी नेता अब अपनी पराजय भूल वापस बुनियाद मजबूत करने की तैयारी में हैं। बिहार में लगभग मृतप्राय हो चुके संगठन को जीवित करने के लिए एक ओर कांग्रेसी जहां गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी पराजय के बाद बिहार के कांग्रेसी नेता अब अपनी पराजय भूल वापस बुनियाद मजबूत करने की तैयारी में हैं। बिहार में लगभग मृतप्राय हो चुके संगठन को जीवित करने के लिए एक ओर कांग्रेसी जहां गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर बापू की कर्मभूमि चंपारण से इनका पद यात्रा का भी कार्यक्रम है। कांग्रेस के इस अभियान को नेतृत्व देने के लिए बिहार के नव नियुक्त प्रभारी भक्त चरण दास भी बिहार आ रहे हैं।
25 जनवरी को अपनी 13 दिन की यात्रा पर बिहार पहुंचेंगे दास
बिहार कांग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार दास 25 जनवरी को अपनी 13 दिन की यात्रा पर बिहार पहुंचेंगे। यात्रा के पहले दो दिन 25 और 26 को वे पटना में रहेंगे। 27 जनवरी से उनका जिलावार पार्टी की समीक्षा का कार्यक्रम शुरू होगा। इसके पहले पटना पहुंचने पर दास पार्टी नेताओं, विधायकों के साथ पटना में समीक्षा करेंगे। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम से पटना की सड़कों पर किसानों के समर्थन में पार्टी के नेता किसान तिरंगा यात्रा निकालेंगे।
अगले दिन 27 जनवरी को चरण दास पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ वैशाली के लिए रवाना होंगे। वैशाली में स्थानीय नेताओं के साथ पार्टी के मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेंगे। यहीं से उसी दिन वे मुजफ्फरपुर निकल जाएंगे। यात्रा के अलग-अलग चरणों में दास चंपारण के चीनी मिल मजदूरों, स्वतंत्रता सेनानियों से भी मिलेंगे। 30 जनवरी को कांग्रेसी अपने प्रभारी के नेतृत्व में मुरली भैरवा से भितिहरवा तक पद यात्रा करेंगे। यात्रा के बाद भी जिलावार समीक्षा बैठकों का दौर पांच फरवरी तक जारी रहेगा। दास 13 दिनों की यात्रा समाप्त कर छह फरवरी की दोपहर दिल्ली वापस लौट जाएंगे।