बिहार कांग्रेस का चेहरा जल्‍द बदलने की उम्‍मीद, ये नाम हैं चर्चा में; दिल्‍ली दरबार की दौड़ शुरू

Bihar Politics बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बड़ी पराजय का सामना करने वाली कांग्रेस के अंदर जल्द ही बड़े बदलाव की उम्‍मीद नए अध्यक्ष के लिए पद की रेस शुरू वर्तमान अध्यक्ष का कार्यकाल सितंबर में होने वाला है समाप्त

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 08:43 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 08:43 PM (IST)
बिहार कांग्रेस का चेहरा जल्‍द बदलने की उम्‍मीद, ये नाम हैं चर्चा में; दिल्‍ली दरबार की दौड़ शुरू
बिहार में बड़े संगठनात्‍मक बदलाव की तैयारी में कांग्रेस। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बड़ी पराजय का सामना करने वाली कांग्रेस के अंदर जल्द ही बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। इसकी प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है। हाल ही में पार्टी ने एक ओर जहां बिहार कांग्रेस में एक नए प्रभारी सचिव को मनोनीत किया है वहीं शिक्षक प्रकोष्ठ, इंटरनेट मीडिया प्रकोष्ठ में नए अध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं। अगली कड़ी में पार्टी आलाकमान बिहार कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद पर किसी तेज तर्रार और अनुभवी व्यक्ति को बिठाने के संबंध में फैसला लेगी। इससे पहले विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद पार्टी ने बिहार प्रभारी को बदला था।

शुरू हो चुकी है दिल्‍ली दरबार की दौड़

कांग्रेस अध्यक्ष बदले जाने की जानकारी मिलने के साथ ही बिहार कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने अपनी दावेदारी के लिए दिल्ली दरबार में दौड़ लगानी शुरू कर दी है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा का कार्यकाल समाप्त होने की कगार पर है। सितंबर में समाप्त हो रही इस मियाद को देखते हुए आलाकमान जाति समीकरणों के साथ ही ऐसे चेहरे की ओर देख रहा है जिस पर भरोसा कर पार्टी की कमान सौंप सके। पार्टी जानती है कि निकट भविष्य में बिहार में चुनाव संभावित नहीं, लिहाजा वह ऐसे चेहरे पर विचार कर ही है जिसकी बिहार में पकड़ बेहतर हो और राजद से जिसके संबंध में बेहतर हो। ऐसे मापदंड पर खुद को खरा मानने वाले नेता दिल्ली तक चक्कर लगा रहे हैं।

सबसे आगे चल रहा तारिक अनवर का नाम

पार्टी सूत्रों की मानें, तो बिहार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए तारिक अनवर का नाम सबसे आगे चल रहा है। तारिक सोनिया और राहुल गांधी के चहेते नेता होने के साथ ही पार्टी के केरल प्रभारी भी हैं। पार्टी ने बीते वर्ष उन्हें बिहार विधान परिषद तक भेजने का फैसला किया, लेकिन वोटर लिस्ट में उनका नाम ना होने की वजह से वे परिषद तक नहीं पहुंच पाए। तारिक अनवर के अलावा एक और नाम पार्टी के नेताओं की जुबान पर है वह नाम है राज्यसभा सदस्य और पार्टी के कद्दावर नेता डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह का। हालांकि पार्टी के कुछ नेता इससे सहमत नहीं। उनके अपने की तर्क हैं।

कुटुंबा के विधायक का भी नाम है चर्चा में

अध्यक्ष पद की रेस में एक और नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है और वह नाम है पार्टी के दो बार के विधायक डा. राजेश राम का। कुटुंबा से दो बार पार्टी के लिए जीत दर्ज कराने वाले राजेश राम काफी पुराने नेता हैं और लगातार कांग्रेस में बने रहे हैं। इन नेताओं के साथ ही कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह और श्याम सुंदर सिंह धीरज भी रेस में हैं ऐसा सूत्रों का दावा है। बताया जाता है कि अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए दिल्ली में मंथन शुरू हो चुका है और इस पर फैसला कभी भी आ सकता है।

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