पटना के बुद्ध स्मृति पार्क में विपश्यना योग के लिए मिलेगी 15 दिनों की छुट्टी, विधानसभा भवन शताब्दी समारोह में बोले CM नीतीश
बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने पर सरकार की तरफ से शताब्दी समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। सीएम नीतीश कुमार ने संबोधन के दौरान बिहार के सरकारी के कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान किया।
पटना, जागरण टीम। Bihar Vidhan Shabha Centenary Celebration बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने पर गुरुवार को सरकार की तरफ से शताब्दी समारोह मनाया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने दीप प्रज्ज्वलित कर शताब्दी समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और डिप्टी सीएम रेणु देवी भी मौजदू रहीं। सीएम नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि पटना के बुद्ध स्मृति पार्क में विपश्यना केंद्र बनाया गया है। विपश्यना केन्द्र में शामिल होने वाले इच्छुक अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकार की तरफ से 15 दिनों की छुट्टी दी जाएगी।
'हमलोग राष्ट्रपति को बिहार का ही मानते हैं'
बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति के शामिल होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका आभार व्यक्त किया। सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति दो साल तक बिहार के राज्यपाल रहे। फिर भारत के राष्ट्रपति बने। हमलोग तो राष्ट्रपति को बिहार का ही मानते हैं। हमलोग को बहुत खुशी होती है। संबोधन के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, 1952 की पहली विधानसभा में सदस्यों की संख्या 331 थी। उन्होंने बताया कि, बिहार विधानसभा की शताब्दी वर्ष पर बोधि वृक्ष भी लगाया गया। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि तीन जुलाई 2018 से विपश्यना सेंटर का संचालन भी किया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने जताई खुशी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहारी राष्ट्रपति के संबोधन पर प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि सीएम के संबोधन से काफी खुशी महसूस हुई। राष्ट्रपति ने कहा कि बिहार आने पर ऐसा लगता है जैसे अपने घर आया हूं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति सचिवालय के लोग कहते हैं कि बिहार से निमंत्रण आने के बाद आप उसे टालते नहीं हैं।