नीतीश का बिना नाम लिये विपक्ष पर हमला, कहा- हमारी दिलचस्पी केवल काम में, कुछ की बयानबाजी में
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिना नाम लिये विरोधियों पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की दिलचस्पी बयानबाजी में रहती है। हम काम में विश्वास करते हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिना नाम लिये विरोधियों पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की दिलचस्पी बयानबाजी में रहती है। हम काम में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि हम प्रचार-प्रसार में नहीं रहते। लोगों की सेवा करना हमारा धर्म है। हर क्षेत्र में जरूरी काम करना है।दरअसल, विपक्ष की ओर से लगातार कमेंट किये जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में विपक्ष पर इशारों ही इशारों में हमला किया।
उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए क्वारंटाइन सेंटरों पर सरकार ने बहुत खर्च किया। जागृति लाने का काम भी चल रहा है। 20 लाख 40 हजार लोगों के बैंक खाते में एक-एक हजार रुपए भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि लोग मिलकर अगर जागृति पैदा करेंगे तो एईएस से भी छुटकारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी चमकी बुखार व एईएस को लेकर कितना सुनाया गया। क्या-क्या आलोचना हो रही थी? हमलोगों ने एक-एक चीज का आकलन किया। काम किया, लेकिन किसी को जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि पांच सर्वाधिक प्रभावित प्रखंडों में सामाजिक-आर्थिक सर्वे कराया गया। देखा गया कि वहां के परिवार में किस तरह की समस्या है। आवास, राशन कार्ड, आंगनबाड़ी केंद्र व बच्चों के स्कूल नहीं जाने से संबंधित समस्या पर काम हुआ। इस बार अभी तक एईएस का प्रभाव कम है, पर यह किसी को पता नहीं कि कौन सी बीमारी किस रूप में कब आ जाएगी।
गौरतलब है कि कोरोना संकट को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर बना हुआ है। प्रवासी मजदूरों को सुविधा नहीं मिलने का भी आरोप लगाया जा रहा है। इसे लेकर जदयू भी पलटवार कर रहा है। जदयू संसदीय दल के नेता व सांसद ललन सिंह ने कल कहा था कि सबसे ज्यादा श्रमिकों का पलायन लालू-राबड़ी के शासन में हुआ था। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा था कि तेजस्वी को क्वारंटाइन में रहने की जरूरत है।