फिर से होने लगी राजधानी के बड़े नालों की सफाई

राजधानी के बड़े नालों की सफाई फिर से प्रारंभ हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 07:37 AM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 07:37 AM (IST)
फिर से होने लगी राजधानी के बड़े नालों की सफाई
फिर से होने लगी राजधानी के बड़े नालों की सफाई

जागरण संवाददाता, पटना : राजधानी के बड़े नालों की सफाई फिर से प्रारंभ हो गई है। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा के निर्देश पर नूतन राजधानी अंचल में सरपेंटाइन रोड नाला और न्यू बाइपास रोड नाले की सफाई शुरू हो गई है।

कंकड़बाग अंचल न्यू बाइपास नाले की सफाई उन जगहों पर करा रहा है जहां कटकर मिट्टी गिर गई है। वार्ड में कई जगह नालों में सिल्ट है। इसकी उड़ाही का निर्देश दिया गया है। नगर आयुक्त ने सभी अंचलों को निर्देश दिया है कि पानी के बहाव में जहां भी बाधा है, वहां सफाई की जाए। डेढ़ साल में तैयार हो जाएगा सात मंजिला सामुदायिक भवन:

जागरण संवाददाता, पटना सिटी : मालसलामी बस पडाव की भूखंड पर 84.50 करोड़ की लागत से 19, 500 वर्गमीटर में प्रस्तावित सात मंजिला सामुदायिक भवन डेढ़ साल (18 माह) में तैयार हो जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने बताया कि यहां 2200 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। आठ अगस्त को इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने किया था। पथ निर्माण मंत्री ने दोहराया कि प्रदेश के साथ पटना साहिब का विकास उनकी प्राथमिकता है।

पटना साहिब को 142 करोड़ रुपये की सौगात मिलने पर भाजपा पटना महानगर के महामंत्री विनय केसरी, प्रवक्ता राजेश साह, प्रदीप काश,राजेश मेहता, मनोज साह व मनीष कुमार ने पथ निर्माण मंत्री का आभार जताया। पार्किंग न होने गुरु की नगरी में लग रहा जाम:

दशमेश गुरु की जन्मस्थली पटना साहिब की सबसे बड़ी समस्या पार्किंग व्यवस्था है। एक तो शहर के हिसाब से पार्किंग व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण हालत यह है कि पूरे अनुमंडल में सड़क के किनारों पर ही अधिकतर गाड़ियां खड़ी रहती हैं। अनुमंडल में सुबह से शाम तक जाम सी हालत बनी रहती है। अगर किसी को बाजार भी जाना हो तो उसे वाहन लगाने की जगह नहीं मिलती। पार्किंग न होने से अनुमंडल के नागरिक परेशान हैं। वर्तमान में हालत यह है कि आज भी शहर में बन रही इमारतों में पार्किंग व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस कारण पार्किंग व्यवस्था की परेशानी बढ़ती जा रही है। स्थानीय नागरिकों के अलावा देश-विदेश से आनेवाले सिख श्रद्धालु जाम में फंस परेशान होते हैं।

chat bot
आपका साथी