पटना में एक अगस्त को LJP की अहम बैठक, पार्टी दो-फाड़ होने के बाद पहली बार दिखेंगे प्रिंस पासवान

Bihar Politics एलजेपी में जारी विवाद के बीच चिराग पासवान और पशुपति पारस अपने-अपने गुटों को मजबूती देने और विस्तार में लगे हुए हैं। इस दौरान चिराग के भाई प्रिंस पासवान पहली बार एक अगस्त को पार्टी की अहम बैठक में शामिल होने वाले हैं।

By Amit AlokEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 03:25 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 03:46 PM (IST)
पटना में एक अगस्त को LJP की अहम बैठक, पार्टी दो-फाड़ होने के बाद पहली बार दिखेंगे प्रिंस पासवान
चिराग पासवान और पारस गुट के लोजपा प्रदेश अध्यक्ष

पटना, आनलाइन डेस्‍क। Bihar Politics लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के पशुपति पारस गुट (Pashupati Paras faction of LJP) के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस पासवान (Prince Paswan) एक अगस्त को अपने सभी जिला अध्यक्षों के साथ पटना में प्रदेश कमेटी की बैठक (Meeting of State Committee at Patna) करेंगे। दावा किया जा रहा है कि बैठक में पूरे बिहार से 33 जिलों के अध्यक्ष शामिल होंगे इसके अलावा प्रदेश कार्यसमिति में सभी नेता भी मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि इसके जरिए पंचायत स्तर तक पार्टी को मजबूत बनाने का खाका तैयार किया जाएगा। पार्टी टूटने के बाद पहली बार प्रिंस पासवान सार्वजनिक मंच पर दिखाई देंगे।

विवाद के बाद पहली बार दिखाई देंगे प्रिंस पासवान

बता दें की एलजेपी में जारी विवाद के बीच यह पहली बार है जब चिराग पासवान (Chirag Paswan) के छोटे भाई प्रिंस पासवान पटना में पार्टी की अहम बैठक में दिखाई देंगे। जब से एलजेपी दो गुटों में बंटी है, तब से समस्तीपुर के सांसद और पारस गुट के बिहार प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज नज़र नहीं आए हैं । चाहे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो या फिर रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की जयंती पर कार्यक्रम, वे नहीं दिखे थे। अब पहली बार वे पार्टी के विवाद के बीच सार्वजनिक मंच पर दिखाई देंगे।

लोक जनशक्ति पार्टी किसकी अभी तक साफ नहीं

बता दें कि पशुपति पारस और चिराग पासवान के गुटों की लड़ाई में पार्टी का विवाद चुनाव आयोग (Election Commission) तक जा पहुंचा है। रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने पार्टी में हुए घमासान को लेकर आयोग के पास अपनी शिकायत भी पहुंचा दी है, लेकिन चुनाव आयोग ने अभी तक किसी के भी पक्ष में फैसला नहीं दिया है। इस बीच दोनों गुट अपने खेमे को मजबूत करने और उसके विस्तार में लगातार लगे हुए हैं। अब आगे-आगे देखिए, क्‍या होता है।

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