बीएसएससी परीक्षा को लेकर बिहार सरकार पर बरसे चिराग पासवान, नीतीश से पूछा-आप कहां से आए
गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) प्रथम इंटर स्तरीय अभ्यर्थियों के समर्थन में पहुंचे सांसद चिराग पासवान ने कहा कि बिहार सरकार को छात्रों की चिंता नहीं है। नीतीश जेपी आंदोलन से निकले पर अब छात्रों के प्रदर्शन करने पर उन्हें असामाजिक बताते हैं।
नलिनी रंजन, पटना: छात्र सड़क पर रहें, चीखें-चिल्लाएं सरकार पर कुछ असर नहीं होने वाला है। नीतीश सरकार छात्र-युवाओं की नहीं सुनती है। गुरुवार को गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) प्रथम इंटर स्तरीय अभ्यर्थियों के समर्थन में पहुंचे सांसद चिराग पासवान ने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बीएसएससी की ओर से सात वर्ष में भी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं किया जाना सरकार की लापरवाही को दर्शाता है। मामले में तुरंत सरकार को पहल कर छात्रों से वार्ता कर उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए। चिराग ने कहा कि अगर जल्द ही छात्रों को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन और बड़ा होगा। चिराग ने कहा कि एक दिन युवा ही एकजुट होकर नीतीश को सत्ता से बाहर निकाल देंगे। प्रदर्शन करने वाले छात्रों को असामाजिक बताने से जुड़े एक सवाल के जवाब में चिराग ने कहा कि बार-बार जेपी का नाम लेने वाले नीतीश कुमार कहां से आए हैं? नीतीश भी इसी तरह के छात्र आंदोलन से निकले हैं।
राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के आह्वान पर गर्दनीबाग धरना स्थल पर गुरुवार को काफी संख्या में अभ्यर्थी जुटे। सभी वर्ष 2014 में जारी विज्ञापन प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा को अविलंब पूरा करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि सरकार छात्रों की नहीं सुनती है। सात वर्षों से 13120 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया को सरकार ने ठप कर दिया है। गड़बड़ी करने वाले बीएसएससी के वर्तमान सचिव व अध्यक्ष पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। राज्य के आरक्षित कैटगरी के 1218 अभ्यर्थियों को छोड़ कर शेष की काउंसिलिंग प्रक्रिया अविलंब आरंभ कराना चाहिए। इससे छात्रों मे काफी आक्रोश है। आंदोलन में शामिल अतुल, अंशुमन, निधि, प्रियंका, आशीष, अंबर, आनंद, सौरभ, विकास, चंदन, मो. हुसैन, विवेक, मनीष, विनोद, पंकज, राजेश, राजू, अजय ,गौरव, सुनील आदि परीक्षार्थियों ने कहा कि बहाली में लेट लतीफी कर सेटिंग का प्रयास किया जा रहा है।
जल्द गठित होगी जांच टीम
बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव ओम प्रकाश पाल ने बताया कि प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के लिए वर्ष 2016 में लिए गए आवेदन में तकनीकी त्रुटि के लिए जिम्मेवारी लोगों पर कार्रवाई होगी। इसके लिए जांच टीम गठित की जा रही है। इस सप्ताह में टीम का गठन भी हो जाएगा। साथ ही आरक्षण के लाभ से वंचित हुए 1218 अभ्यर्थियों की मुख्य परीक्षा, टाइपिंग, आशुलेखन व शारीरिक दक्षता परीक्षा लेकर नवंबर के पहले सप्ताह में काउंसिलिंग प्रक्रिया आरंभ हो जाएगाी।