बच्चा भोजपुरी भाषा न सीख लें इसलिए मां ससुराल छोड़ना चाहती, पहुंची महिला हेल्पलाइन
छपरा स्थित ससुराल वालों का तर्क-बहू एक साल के बेटे को किसी के पास आने नहीं देती । बहू का कहना है कि ससुराल वाले पढ़े-लिखे नहीं बच्चे को भी अपने जैसा बना देंगे। इसलिए वह अब ससुराल वालों के साथ नहीं रहना चाहती।
पटना, जागरण संवाददाता। 'मेरा बेटा भोजपुरी भाषा न सीख ले, इसलिए मैं उसे अपने ससुराल वालों के पास नहीं जाने देती हूं। मेरी सास ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हैं, वो मेरे बेटे को भी अपने जैसा बना देगी।' महिला हेल्पलाइन में बुधवार (27 जनवरी) को लोदीपुर की रहने वाली एक महिला ने ससुराल वालों के खिलाफ आवेदन में यह जिक्र किया था। शिकायत करने वाली महिला का मायका राजधानी के मंदिरी में है। वह पति के साथ छपरा अपनी ससुराल में रहती है।
सास-बहू ने लगाए आरोप-प्रत्यारोप
आवेदन में महिला ने लिखा था कि उसके ससुराल वाले उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करते हैं। इससे वह बहुत परेशान है। वहीं सुसराल वालों का कहना था कि बहू अपने एक साल के बेटे को किसी के पास आने नहीं देती है। अगर बच्चे को कोई ले भी लेता है तो वो गुस्सा करके उसे वापस ले लेती है। कहती है- अगर बच्चा हमारे साथ रहा तो क्षेत्रीय भाषा सीख लेगा। वहीं शिकायतकर्ता की सास का कहना था कि शादी के एक सप्ताह बाद ही बहू ने इस तरह के नाटक शुरू कर दिए थे। बात-बात पर थाने जाकर छोटी- छोटी बातों पर आवेदन दे देती है। वहीं शिकायतकर्ता के अनुसार वो अब ससुराल वालों के साथ नहीं रहना चाहती है। मामले को देखते हुए महिला हेल्पलाइन की प्रोजेक्ट मैनेजर प्रमिला ने बताया कि दोनों पक्षों को बुलाकर आमने-सामने बात करवाने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।