मध्य विद्यालय की शिक्षिका रहते छपरा के कालेज में अतिथि शिक्षक बन लेती रहीं वेतन
सारण जिले के सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगाईडीह की शिक्षिका कुमारी सुनीता के लीव विदाउट पे पर जाने के बाद जेपी विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षक बनने का मामला उजागर हुआ है। इसकी भनक लगने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
छपरा, जागरण संवाददाता। सारण जिले के सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगाईडीह की शिक्षिका कुमारी सुनीता के लीव विदाउट पे पर जाने के बाद जेपी विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षक बनने का मामला उजागर हुआ है। इसकी भनक लगने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। सूत्रों ने बताया कि वे एजुकेशन लीव लेकर जेपीयू में अतिथि शिक्षक बनकर वेतन उठा रहीं थीं। वे जयप्रकाश महिला कॉलेज छपरा में गृह विज्ञान विभाग में कार्यरत हैं। हालांकि शिक्षा विभाग के पदाधिकारी उनके नियोजन इकाई से लीव विदाउट पे किस लिए दिया गया है, उसकी जांच पड़ताल कर रही है।
इस संबंध में शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) सुनील कुमार गुप्ता ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगाईडीह के प्रधानाध्यापक से जानकारी मांगी थी। एचएम व डीपीओ ने जेपीयू प्रशासन से कुमारी सुनीता के अतिथि शिक्षक होने के बारे में जानकारी मांगी। इस संबंध में जेपीयू प्रशासन ने पत्रांक 4606(आर) से एचएम को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि कुमारी सुनीता (शिक्षिका उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगाईडीह) 15 मार्च 2019 से फरवरी 2021 तक अतिथि शिक्षक में कार्यरत रहते हुए वेतन/मानदेय के रूप में पांच लाख पचास हजार रूपये ली हैं।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगाईडीह के शिक्षक ने इस मामले में शिकायत की थी। जांच डीपीओ स्थापना से कराई जा रही है। नियोजन इकाई ने एक मार्च 2019 में लीव विदाउट पे दिया है, इसकी भी जांच की जा रही है कि किस तरह का लीव उन्होंने लिया है। डीईओ ने कहा कि छुट्टी लेकर दूसरी जगह नौकरी करना भी गलत है। जेपी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. रवि प्रकाश बबलू ने पूछे जाने पर बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगाईडीह से कुमारी सुनीता के अतिथि शिक्षक होने व वेतन लेने की जानकारी मांगी गई है। इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने जवाब भेज दिया है।