बिहार के CM नीतीश की अपील के बाद शादी की तिथियों में हो रहे बदलाव, जानें आगे के शुभ मुहूर्त
कोरोना संक्रमण के कारण किसी की सगाई टूटी तो दूसरी ओर होटल मैरेज हॉल की बुकिंग रद हुईं। अप्रैल से लेकर मई तक शादी-विवाह के कई शुभ मुहूर्त होने के बावजूद संक्रमण के डर से लोगों ने शादियों की तिथियों में बदलाव किया है।
जागरण संवाददाता, पटना : कोरोना संक्रमण के कारण किसी की सगाई टूटी तो दूसरी ओर होटल, मैरेज हॉल की बुकिंग रद हुईं। अप्रैल से लेकर मई तक शादी-विवाह के कई शुभ मुहूर्त होने के बावजूद संक्रमण के डर से लोगों ने शादियों की तिथियों में बदलाव किया है। मई में होने वाली अधिकतर शादियां रद कर दी गई हैं।
आधे से अधिक बुकिंग हुई रद
राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की दूसरी चेन को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ने भी शादी टालने की लोगों से अपील की थी। उनकी बातों को लोगों ने माना, जिसका असर हुआ कि शादी के शुभ मुहूर्त होने के बावजूद तिथियों में बदलाव हो रहा है। शहर के नामचीन होटलों में भी संक्रमण के कारण लोगों ने मई की बुकिंग को रद कर तिथि को आगे बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं। होटल मौर्य के राकेश ने बताया कि मई में शादी को लेकर कई बुकिंग थीं, लेकिन आधे से अधिक बुकिंग लोगों ने रद कर दी हैं।
अक्टूबर-नवंबर तक बढ़ा रहे तिथि
होटल पनाश के सुरेश ने बताया कि नब्बे फीसद बुकिंग रद हो गई है। अब लोग संक्रमण के डर से अक्टूबर, नवंबर में शादी की बात कर रहे हैं। इस कारण आर्थिक नुकसान हुआ है। कंकड़बाग के रहने वाले मोहित के अनुसार बहन की शादी 12 मई को होने थी, लेकिन संक्रमण के खतरे को देखते हुए बदलाव किया गया है। कदमकुआं के दीपक ने बताया कि 22 मई को शादी की तिथि निर्धारित हुई थी जिसके लिए मैरेज हॉल बुक किया गया था लेकिन, अब अगले मुहूर्त में शादी होगी।
जान बचाना जरूरी
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो शादी विवाह किसी के लिए जीवन का महत्वपूर्ण दिन होता है, जिसका लोग काफी समय से इंतजार करते हैं। इन दिनों संक्रमण का कहर इस प्रकार व्याप्त है कि लोग शादी से पहले अपनी जान बचाने का प्रयास करने में लगे हैं। आचार्यो की मानें तो मिथिला व वाराणसी पंचांग के अनुसार अप्रैल से जून तक शादी के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं। संक्रमण के कारण शुभ मुहूर्त होने के बावजूद लोग शादियों की तिथियों में बदलाव करने में लगे हैं। अब लोग नए मुहूर्त के इंतजार में है, जो उचित भी है।
शादी-विवाह के शुभ लग्न मुहूर्त
(मिथिला पंचाग के मुताबिक)
मई: 2, 3, 7, 9, 12, 13, 21, 23, 24, 26, 30, 31
जून: 4, 6, 10, 11, 20, 21, 24, 25, 27, 28
बनारस के पंचाग के अनुसार
मई: 1, 2, 3, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 19, 20, 21, 22, 24, 26, 27, 28, 29, 30
जून: 5, 11, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 26