बिहार में ब्लैक फंगस के इलाज में केंद्र देगा सहयोग, पटना AIIMS व IGIMS में बढ़ेंगे ICU के 70 बेड
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पटना के चार बड़े अस्पतालों में कोरोनावायरस संक्रमण के इलाज की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने ब्लैक फंगस के इलाज में केंद्र सरकार के सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जीवनरक्षक दवाओं की कमी नहीं होने का भरोसा दिया।
पटना, जागरण संवाददाता। केंद्रीय मंत्री व पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Patna) के निदेशक से आग्रह किया है कि वे ब्लैक फंगस (Black Fungus) के इलाज की पूरी तैयारी करें। इसमें केंद्र सरकार की तरफ से हर प्रकार का सहयोग मिलेगा। रविशंकर प्रसाद उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी तथा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय की उपस्थिति में पटना के चार बड़े अस्पतालों में कोरोनावायरस संक्रमण के इलाज (CoronaVirus Infection and Treatment) और तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में यह जानकारी भी दी गई कि पटना एम्स में आइसीयू के 20 और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में 50 बेड बढ़ाए जा रहे हैं। बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई थी। इसमें अस्पतालों के निदेशक एवं अधीक्षक ऑनलाइन शामिल थे।
बैठक में चार बड़े अस्पतालों के अधिकारी शामिल
बैठक में पटना एम्स व आइजीआइएमएस के अलावा पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) तथा नालंदा मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल (NMCH) के अधिकारी शामिल थे। चारों अस्पतालों की ओर से बताया गया कि कोरोना के मरीजों की संख्या में थोड़ी कमी आई है। वे सभी अपनी टीम के साथ इलाज में लगे हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ने विशेष रूप से आइसीयू बेड, ऑक्सीजन, जीवनरक्षक दवाओं, वेंटिलेटर और रेमेडेसिविर दवा के बारे में जानकारी प्राप्त की।
कोरोना में ब्लैक फंगस के बढ़ते खतरे पर हुई चर्चा
बैठक में कोरोनावायरस संक्रमण के साथ मरीजों पर अब म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के बढ़े खतरे पर चर्चा हुई। फिलहाल राज्य में इसके 30 मरीज चिह्नित किए जा चुके हैं। मई के अंत तक यह संख्या 1000 से 1500 तक हो सकती है।
एम्स व आइजीआइएमएस में बढ़ेंगे 70 आइसीयू बेड
बैठक में केंद्रीय मंत्री को बताया गया कि एम्स पटना में आइसीयू के 20 और आइजीआइएमएस में 50 बेड बढ़ाए जा रहे हैं। आइजीआइएमएस के निदेशक ने बताया कि संस्थान में 100 बेड को आपूर्ति करने में सक्षम ऑक्सीजन संयंत्र के लिए काम शुरू करने वाले संस्थान ने अस्पताल से संपर्क कर लिया है। जल्द कार्य शुरू होगा।
जीवनरक्षक दवाओं की नही होगी कोई कमी
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों के स्वजनों के भोजन और सूचना देने की भी चिंता करे। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि दवा की कोई कमी नही होगी। किसी को जीवनरक्षक दवा की जरूरत पड़ेगी तो वे तुरंत व्यवस्था कराएंगे। दोनो उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने चुनौतीपूर्ण समय में चारों अस्पतालों के द्वारा किए जा रहे काम की सराहना की। साथ ही कहा कि जहां कमी है, उसे जल्दी ठीक किया जाए।