बिहारः सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट तैयार करते समय पकड़ में आ रहे छात्र, ऐसे स्टूडेंट्स पर होगी कार्रवाई
फर्जी मार्क्सशीट जमा कर 11वीं में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों पर सीबीएसई की गाज गिर सकती है। सीबीएसई की पकड़ में ऐसे कई छात्र आए हैं जो देश के विभिन्न स्कूलों में फर्जी अंक पत्र के आधार पर नामांकन पाने में सफल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, पटना: फर्जी मार्क्सशीट जमा कर 11वीं में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों पर सीबीएसई की गाज गिर सकती है। सीबीएसई की पकड़ में ऐसे कई छात्र आए हैं, जो देश के विभिन्न स्कूलों में फर्जी अंक पत्र के आधार पर नामांकन पाने में सफल रहे हैं। अब 12वीं के रिजल्ट तैयार करते समय कई छात्र पकड़ में आ रहे हैं। सीबीएसई ने सख्त कार्रवाई करते हुए स्कूलों को क्षेत्रीय कार्यालय को सूचित करने का निर्देश दिया है। स्कूलों के प्राचार्यों का कहना है कि कई स्कूलों ने सीबीएसई से मार्गदर्शन मांगा था कि कई बच्चों ने फर्जी अंक पत्र के आधार पर 11वीं नामांकन पाने में सफल रहे हैं। ऐसे में उनका 12वीं का रिजल्ट किस आधार पर तैयार किया जाए। इस तरह के अधिकांश छात्र राज्य बोर्ड से दसवीं कर 11वीं में सीबीएसई में नामांकन लेने में सफल हो गए हैं।
स्कूल नहीं कर सकता है बदलाव
फर्जी माक्र्सशीट जमा करने वाले छात्रों के संबंध में सीबीएसई ने स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि स्कूल ऐसे छात्रों को संबंध में निर्णय नहीं लेगा। ऐसेे छात्रों के अंक पत्र में स्कूल बदलाव नहीं कर सकता है। इसके लिए सीबीएसई ही सक्षम संस्था है। वह जल्द ही ऐसे छात्रों के संबंध में कोई निर्णय लेगी।
स्कूलों ने सीबीएसई को भेजा दसवीं का रिजल्ट
राज्य के अधिकांश स्कूलों ने (सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंड्री एजुकेशन) सीबीएसई को दसवीं का रिजल्ट भेज दिया है। राज्य में लगभग 1100 सीबीएसई स्कूलों को दसवीं की मान्यता है। वहीं, झारखंड के लगभग 600 स्कूलों को दसवीं की मान्यता है। गुरुवार को दसवीं के रिजल्ट भेजने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। सीबीएसई ने पहले 15 जुलाई को रिजल्ट जारी करने की तिथि निर्धारित की थी, लेकिन स्कूलों द्वारा रिजल्ट समय पर नहीं भेजने के कारण उसे बढ़ाकर बीस जुलाई कर दिया था। उसके बावजूद कई स्कूलों ने समय पर रिजल्ट नहीं भेजा। फिर सीबीएसई ने 22 जुलाई तक अंतिम तिथि बढ़ा दी थी।