CBSE 12th. Results Toppers Talk: सफलता का शॉर्ट-कट नहीं, सेल्‍फ स्‍टडी और समझने पर दिया ध्‍यान

CBSE 12th. Results Toppers Talk सीबीएसई के पटना जोन के टॉपर्स से दैनिक जागरण ने बात की। उन्‍होंने अपनी सफलता को लेकर कइ बातें बताईं जो जूनियर छात्र-छात्राओं के काम की हैं।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 10:40 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 10:49 PM (IST)
CBSE 12th. Results Toppers Talk: सफलता का शॉर्ट-कट नहीं, सेल्‍फ स्‍टडी और समझने पर दिया ध्‍यान
CBSE 12th. Results Toppers Talk: सफलता का शॉर्ट-कट नहीं, सेल्‍फ स्‍टडी और समझने पर दिया ध्‍यान

पटना, जागरण टीम। केंद्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सोमवार को 12वीं की परीक्षा का रिजल्‍ट जारी कर दिया। परीक्षा में कंकड़बाग (पटना) के केंद्रीय विद्यालय में विज्ञान की छात्रा राजश्री 98.6 फीसद अंकों के साथ स्‍टेट टॉपर बनीं। केंद्रीय विद्यालय की छात्रा प्रीति ने  98.4 फीसद अंकों के साथ कला संकाय में राज्‍य में पहला स्‍थान प्राप्‍त किया। 12वीं के कॉमर्स संकाय में डीएवी पब्लिक स्‍कूल (बीएसईबी, पटना) के छात्र शिवम ड्रोलिया 98 फीसद अंकों के साथ स्‍टेट टॉपर बने। सभी टॉपर्स ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्ट-कट नहीं। उन्‍होंने सेल्‍फ स्‍टडी पर जोर देते हुए रटने से ज्यादा समझने की बात कही।

खुद के बनाए नोट्स आए परीक्षा में काम

कंकड़बाग स्थित केंद्रीय विद्यालय में विज्ञान की पढ़ाई करने वाली राजश्री ने 98.6 फीसद अंक हासिल किए हैं। वह अपनी पढ़ाई पूरी कर एक सफल डॉक्टर बनना चाहती हैं। राजश्री बताती हैं कि स्कूल से लौटकर घर में भी पढ़ाई के लिए पूरा समय देती थीं।  किसी विषय में परेशानी होने पर पिता का पूरा सहयोग मिलता था। राजश्री सफलता का श्रेय अपनी मां-पापा के साथ ही टीचर और दोस्तों को भी देती हैं। उसका कहना है कि उसके सभी नजदीकी लोग हमेशा मदद के लिए आगे रहते थे। उन्‍होंने परीक्षा के लिए उसने अपने सारे नोट्स खुद ही तैयार किये। जरूरत पडऩे पर ऑनलाइन क्लास का भी सहारा लेती थी। वह पढ़ाई में कमजोर बच्चों की मदद करना चाहती हैं। पढ़ाई के साथ उसे टीवी देखना और गेम खेलना बहुत पसंद है।

शिक्षकों के सही मार्गदर्शन से बेहतर परिणाम

पटना के केंद्रीय विद्यालय की छात्रा प्रीति आइएएस बनना चाहती है। उसने कला संकाय में 98.4 फीसद अंक हासिल किये हैं। उसके पिता अखिलेश्वर कुमार शर्मा इंस्पेक्टर हैं। प्रीति का कहना है कि एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में बेहतर तरीके से लोगों की सेवा की जा सकती है।

अपने रिजल्ट के संबंध में उसका कहना है कि उसने शुरू से ही एनसीईआरटी की किताबों पर जोर दिया। कम से कम सात घंटे के निरंतर अध्ययन के बाद उसने मुकाम हासिल किया है। प्रीति के परिवार में माता-पिता के अलावा तीन बहन एवं दो भाई हैं। प्रीति के संबंध में स्कूल के प्राचार्य एमके सिंह का कहना है कि उसका प्रदर्शन शुरू से ही बेहतर रहा है। प्रीति का कहना है शिक्षकों का सही मार्गदर्शन मिले तो साधारण छात्र भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।

रटने से ज्यादा समझने का किया प्रयास

डीएवी पब्लिक स्‍कूल (बीएसईबी, पटना) के वाणिज्य संकाय से जुड़े शिवम ड्रोलिया ने 98 फीसद अंक हासिल किये हैं। पटना सिटी के रहने वाले शालीमार अगरबत्ती व्यवसायी राजेश कुमार ड्रोलिया के पुत्र शिवम ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार और गुरुजनों को दिया है। परीक्षा के दौरान शुभम तनावमुक्त होकर पढ़ाई करता रहा। वह बताता है कि रटने से ज्यादा समझने की जरूरत है।

शिवम ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल पर भी ध्यान देते रहे। इससे मानसिक शांति भी मिलती रही। शिवम स्कूल में शिक्षकों की बताई बातों के साथ अपना नोट्स बनाने पर ध्यान दिया। भविष्य के बारे में शिवम ने कहा कि आगे बीकॉम की पढ़ाई पूरी करने के बाद एमबीए कर स्वयं का स्टार्टअप आरंभ कर पिता के सपने को पूरा करेंगे।

वो बताता है कि मां ज्योति ड्रोलिया, बहन स्मृति और भाई आकाश का परीक्षा के दौरान इन लोगों का काफी सहयोग रहा। शुभम का मानना है कि जो पढ़ाई करें वो मन से पढ़ाई करें। दिखावा के लिए ज्यादा देर तक पढऩे की जरूरत नहीं है।

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