दुकान में घुसी कार, बच्ची की मौत, मां-बेटी जख्मी, नशे में धुत्त चालक को भीड़ ने किया अधमरा, हाजीपुर की घटना
वैशाली के सहदेई ओपी क्षेत्र के अंतर्गत अंधड़ावड़ से सहदेई बुजुर्ग आने वाली सड़क पर रामगंज चौक के निकट एक कार बेकाबू होकर सड़क किनारे दुकान में जा घुसी। इस घटना में मौके पर ही एक बच्ची की मौत हो गई। कई अन्य जख्मी हो गए।
सहदेई बुजुर्ग (वैशाली), संवाद सूत्र। सहदेई ओपी क्षेत्र के अंतर्गत अंधड़ावड़ से सहदेई बुजुर्ग आने वाली सड़क पर रामगंज चौक के निकट एक कार बेकाबू होकर सड़क किनारे दुकान में जा घुसी। इस घटना में मौके पर ही एक बच्ची की मौत हो गई। कई अन्य जख्मी हो गए। मृतका बच्ची रंजीत कुमार साह की पांच वर्षीय पुत्री कनक कुमारी थी। वहीं, दूसरी पुत्री 17 वर्षीया काजल एवं पत्नी अंजली देवी घायल हैं। काजल की हालत गंभीर है। इधर घटना के बाद गुस्साए लोगों ने कार चालक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। उसके दोस्त की भी जमकर पिटाई कर दी। पुलिस नहीं पहुंचती तो भीड़ उनकी जान ले लेती। घायल चालक महनार थाना क्षेत्र के इशाकपुर निवासी विश्वंभर प्रसाद सिंह के पुत्र मोनू कुमार को पीएचसी में भर्ती कराया गया। वहीं पर काजल एवं उसकी मां अंजली का भी इलाज चल रहा है।
हाजीपुर में शराब पीने के बाद लौट रहे थे कार सवार
जानकारी के अनुसार माेनू कुमार कार स्विफ्ट डिजायर कार ( BR 31 AM 5699) चला रहा था। साथ में उसका दोस्त दिनेश शर्मा, पिता रामचंद्र शर्मा महनार नगर के वार्ड संख्या 12 निवासी भी था। दोनों नशे में धुत्त थे। घायल दिनेश ने बताया कि दोनों ने हाजीपुर में शराब पी और वहां से चले। स्थानीय लोगों के अनुसार उसने अंधड़ावड़ चौक से सहदेई आने के क्रम में रास्ते में एक मोटरसाइकिल को भी ठोकर मारी थी। हालांकि, मोटरसाइकिल सवार को हल्की चोटें आई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहदेई बुजुर्ग के डॉ नवीन कुमार भी जब अस्पताल आ रहे थे तो उनकी कार को भी चकमा देने का प्रयास किया। लोगों ने बताया कि कार पहले अनियंत्रित होकर पोल से टकराई और उसके बाद दुकान में जा घुसी। दुकान के बाहर ही बच्ची खेल रही थी। उसका सिर गाड़ी के नीचे आ गया। वहीं पर उसकी मौत हो गई। वहीं कार की टक्कर से मां-बेटी घायल हो गए।
कार चालक को पीटकर किया अधमरा
हादसे के बाद दौड़े लोगों ने कार चला रहे माेनू कुमार और दिनेश शर्मा को बाहर खींचकर निकाला। इसके बाद दोनों की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। इस क्रम में मोनू पर लोग ज्यादा क्रोधित थे। ऐन वक्त पर किसी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर मोनू और दिनेश को भीड़ की चंगुल से छुड़ाया। अधमरे हालत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहदेई बुजुर्ग इलाज के लिए ले जाया गया। वहां से उसे रेफर कर दिया गया। वहीं दिनेश शर्मा का इलाज पीएचसी में कराया जा रहा है। घायल मां-बेटी का इलाज भी वहीं कराया जा रहा है।