18 प्रश्नों पर कैंडिडेट्स ने जताई थी आपत्ति, BPSC रद कर सकता है 10 प्रश्न, जानिए Bihar News

BPSC 65वीं पीटी परीक्षा के आंसर की में कुछ प्रश्नों पर संशय को लेकर अभ्यर्थियों ने 18 प्रश्नों पर अापत्ति जताई थी। अब आयोग उनमें से 10 प्रश्नों को रद कर सकता है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 09:30 AM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 11:39 PM (IST)
18 प्रश्नों पर कैंडिडेट्स ने जताई थी आपत्ति, BPSC रद कर सकता है 10 प्रश्न, जानिए Bihar News
18 प्रश्नों पर कैंडिडेट्स ने जताई थी आपत्ति, BPSC रद कर सकता है 10 प्रश्न, जानिए Bihar News

पटना, जेएनएन। बीपीएससी (BPSC) 65वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा (PT Exam) की 'आंसर-की' (Answer Key) पर मिली आपत्ति को लेकर मंगलवार को विषय विशेषज्ञों की कमेटी ने बैठक की। अभ्यर्थियों ने सबसे अधिक 18 प्रश्नों के जवाब पर आपत्ति दर्ज कराई है। अब बीपीएससी (BPSC) उनमें से दस प्रश्नों को रद कर सकता है। 

आयोग सूत्रों के अनुसार इस बार उन सभी प्रश्नों को रद कर दिया जाएगा, जिस पर थोड़ा भी संशय होगा। लगभग 10 प्रश्न डिलिट हो सकते हैं। परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि इस संबंध में उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं है। विशेषज्ञों की टीम जो रिपोर्ट देती है, उसी के आधार पर फाइनल आंसर-की तैयार कर रिजल्ट जारी किया जाता है। कितने प्रश्न सही और गलत हैं। यह फिलहाल कहना संभव नहीं है। 

दिसंबर में पीटी का रिजल्ट, फरवरी में मुख्य परीक्षा

आयोग सूत्रों के अनुसार 65वीं प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट दिसंबर दूसरे या तीसरे सप्ताह में संभावित है। इस बार सामान्य श्रेणी का कटऑफ 100 से अधिक होने की संभावना विशेषज्ञ जता रहे हैं। 422 पदों के लिए मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया जनवरी में आयोग प्रारंभ करेगा। फरवरी में मुख्य परीक्षा संभावित है। 

एनसीईआरटी की पुस्तकें मानक नहीं 

विषय विशेषज्ञों का कहना है कि कई आपत्ति मिली हैं, जिसमें दो पुस्तकों में अलग-अलग जानकारी दी गई हैं। ऐसी स्थिति में लेखक की प्रामाणिकता को प्राथमिकता मिलती है। दांडी मार्च के विकल्प को लेकर काफी मंथन हुआ। सरकारी टेक्स्टबुक और प्रख्यात इतिहासकार बिपिन चंद्र की पुस्तक में मार्च के स्थान को लेकर अंतर है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व फैकल्टी प्रो. एमपी शर्मा का कहना है कि दो पुस्तकों की जानकारी में अंतर सिविल सेवा के अभ्यर्थियों के लिए प्रारंभ से परेशानी खड़ी करती रही है। छात्र-छात्राएं तैयारी के दौरान उस क्षेत्र के प्रख्यात लेखक की पुस्तकों में दी गई जानकारी को ही आधार बनाएं। 

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