पटना में बसों की हड़ताल, मीठापुर स्टैंड को बंद किए जाने का विरोध; नए टर्मिनल पर जाने को तैयार नहीं
Bus Strike in Patna बैरिया में बनाए गए अंतरराज्यीय बस अड्डा से बसों के परिचालन का बस मालिकों ने विरोध किया है। सभी बसों को जीरो माइल के पास रामचक बैरिया में बने नए बस पड़ाव से खोलने का निर्देश मिलते ही हड़ताल पर उतारू हो गए हैं।
पटना, जागरण संवाददाता। Bus Strike in Patna: बिहार की राजधानी पटना में मीठापुर के अंतरराज्यीय बस अड्डे को अब पूरी तरह बंद करने की कवायद तेज हो गई है। इस बस पड़ाव को 15 जुलाई से ही बंद किए जाने का दावा प्रशासन ने किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब प्रशासन की ओर से सक्रियता दिखाए जाने के बाद बस मालिक इसके विरोध में उतर आए हैं। बैरिया में बनाए गए अंतरराज्यीय बस अड्डा से बसों के परिचालन का बस मालिकों ने विरोध किया है। शनिवार को प्रशासन ने सभी बसों को जीरो माइल के पास रामचक बैरिया में बने नए बस पड़ाव से खोलने का निर्देश दिया तो वे हड़ताल पर उतारू हो गए हैं। बस मालिकों ने जहां की तहां बसें खड़ी करनी शुरू कर दी है।
नए बस पड़ाव में जगह की कमी बता रहे बस मालिक
बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन की ओर से चंदन सिंह ने बताया कि नए अर्धनिर्मित बस पड़ाव में मुश्किल से 200 से 250 बसें खड़ी की जा सकती हैं। 500 से 600 बसों के ठहराव की व्यवस्था करने की जरूरत है। न तो चालकों व खलासियों के रहने-खाने की व्यवस्था की गई है और न ही कार्यालयों की। अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है।
बस मालिक गिना रहे समस्याएं
बस मालिकों का कहना है कि प्रशासन जल्दबाजी कर रहा है। नए बस स्टैंड में निर्माण कार्य पूरा कराने के साथ ही यहां सीसी टीवी कैमरे सुरक्षा के लिए पुलिस पोस्ट, यात्रियों के बैठने के लिए शेड के साथ ही कैंटीन की व्यवस्था करनी होगी। मुख्य सड़क को चौड़ा कर बस स्टैंड तक अलग से व्यवस्था करनी होगी ताकि सड़क पर जाम न लगे। नए स्टैंड से बसें चलाने को दबाव बनाएगा प्रशासन तो ठप करेंगे सेवा बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने प्रशासन को दी चेतावनी छह सौ की जगह महज 250 बसें खड़ी करने के लिए यहां जगह