बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा में गड़बड़ी की होगी जांच, 13120 अभ्यर्थियों को मिलनी है नौकरी

BSSC Job News वर्ष 2014 में आयोग की ओर से राज्य के 42 विभिन्न प्रकार के पदों पर नियुक्ति के लिए आनलाइन आवेदन लिए गए थे। वर्ष 2016 में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अधिक उम्र सीमा वालों को विशेष छूट देकर आवेदन लेने का निर्देश दिया था।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 09:22 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 09:22 PM (IST)
बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा में गड़बड़ी की होगी जांच, 13120 अभ्यर्थियों को मिलनी है नौकरी
बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा में गड़बड़ी की जांच की जाएगी। सांकेतिक तस्वीर।

नलिनी रंजन, पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की 13,120 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया में वर्ष 2016 में आवेदन के डेटाबेस में गड़बड़ी की जांच होगी। इसके लिए आवश्यक पहल आरंभ हो गई है। वर्ष 2014 में आयोग की ओर से राज्य के 42 विभिन्न प्रकार के पदों पर नियुक्ति के लिए आनलाइन आवेदन लिए गए थे। वर्ष 2016 में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अधिक उम्र सीमा वालों को विशेष छूट देकर आवेदन लेने का निर्देश दिया था। इसके बाद आनलाइन आवेदन लिया गया।

इसमें आयोग की ओर से जो आवेदन लिए गए उसमें तकनीकी गड़बड़ी के कारण राज्य के आरक्षित श्रेणी के कैटगरी के छात्रों को भी डोमिसाइल का लाभ दिया देकर उन्हें भी दूसरे राज्य के अभ्यर्थी के रूप में ट्रीट किया गया। इसके कारण उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं दिया गया। इससे राज्य के आरक्षित कैटगरी के अभ्यर्थी को भी इसका लाभ नहीं मिला। आयोग की ओर से काउंसिलिंग की प्रक्रिया को लेकर रिजल्ट की समीक्षा के क्रम में पाया कि काफी संख्या में अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिला। इसके बाद आयोग ने आरक्षण का लाभ देकर दोबारा पीटी परीक्षा के परिणाम का रिजल्ट रिवाइज्ड करते हुए 1218 बच्चों का पीटी परीक्षा में सफल घोषित करते हुए मुख्य परीक्षा में शामिल कराने का निर्देश दिया। मुख्य परीक्षा के लिए 20 सितंबर से चार अक्टूबर तक आनलाइन आवेदन कराने का निर्देश दिया है।

किसके स्तर पर हुई गड़बड़ी जांच करेगी कमेटी

बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव ओम प्रकाश पाल ने बताया कि आनलाइन आवेदन में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए जल्द ही जांच कमेटी गठित होगी। यह कमेटी जांच करेगी कि आखिर किसकी लापरवाही से यह गड़बड़ी हुई। गड़बड़ी हुई भी तो पीटी परीक्षा के दौरान क्यों नहीं पकड़ में आई। दूसरी बार भी हुई पीटी परीक्षा के परिणाम में भी यह मामला क्यों नहीं सामने आया। मुख्य परीक्षा के परिणाम के दौरान भी यह गड़बड़ी क्यों नहीं पकड़ में आ सकी। मामले में अध्यक्ष एक कमेटी जल्द ही गठित करेंगे।

अक्टूबर में परीक्षा व नवंबर में काउंसिलिंग

आयोग के सचिव ने बताया कि प्रथम इंटर स्तरीय की नए अभ्यर्थियों की मुख्य परीक्षा अक्टूबर में होगी। अक्टूबर में ही इनकी टाइपिंग, शारीरिक दक्षता परीक्षा, आशुलेखन आदि परीक्षा करा कर नवंबर में काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी। आयोग के स्तर से इसके लिए तेजी से कवायद की जा रही है।

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