बिहार में बीएसएनएल की 4जी सेवा कब तक, एक्जीक्यूटिव्स एसोसिएशन के अध्‍यक्ष ने पटना में कही ये बात

BSNL 4G Services बीएसएनएल अपनी फोर-जी सेवा कब शुरू हरेगा यह सवाल लोगों के दिमाग में हमेशा रहता है। पटना में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कंपनी के अधिकारियों और सरकार के मंत्री ने इस पर अहम बात कही।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 08:01 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 08:01 AM (IST)
बिहार में बीएसएनएल की 4जी सेवा कब तक, एक्जीक्यूटिव्स एसोसिएशन के अध्‍यक्ष ने पटना में कही ये बात
बीएसएनएल की फोरजी सेवा के बारे में जानें अहम बात। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। BSNL 4G News: देश में दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियां जहां 5जी सेवा लांच करने की तैयारी में जुट गई हैं, वहीं भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल अभी थ्रीजी और टूजी सेवाओं पर ही टिका हुआ है। बीएसएनएल की 4जी सेवा कब शुरू होगी, यह सवाल कंपनी के उपभोक्‍ताओं को जरूर परेशान करता है। हालांकि, हालत यह है कि शहरी क्षेत्र से बाहर निकलते ही बीएसएनएल थ्रीजी को तो छोड़ दें सीधे टूजी पर आ जाता है। इसके पीछे क्‍या वजह है, इस पर सरकार और बीएसएनएल के स्‍टाफ का दावा अलग-अलग है। संचार निगम एक्जीक्यूटिव्स एसोसिएशन के 20वें अधिवेशन में राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष ने बीएसएनएल की बदहाली के लिए अपरोक्ष रूप से सरकार को जिम्‍मेदार ठहराया। उन्‍होंने इस बाबत काफी विस्‍तार से बात रखी।

सोमवार को पटना में आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार के उप मुख्‍यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने कहा कि बीएसएनएल की सेवा भरोसे का प्रतीक है। मैं भी इस सेवा का उपयोग शुरुआत से कर रहा हूं। हालांकि फिलवक्त 4जी सेवा की शुरुआत एक चुनौती है। उक्त बातें सोमवार को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहीं। वे संचार निगम एक्जीक्यूटिव्स एसोसिएशन के 20वें अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब निजी कंपनियों के दूरसंचार क्षेत्र में आने से प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। 4जी सेवा को कैसे लांच करें, यह चुनौती है। इससे पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि कर्मचारियों को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करना होगा क्योंकि प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। बिहार सरकार भी सहयोग करेगी।

एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एए खान ने कहा कि सोमवार का कार्यक्रम 'रीस्ट्रक्चरिंग एंड रिवाइवल आफ बीएसएनएल' पर फोकस है। हमलोगों का हाथ बांधकर मैदान में लड़ने के लिए छोड़ दिया गया है। बीएसएनएल पर 25 से 30 हजार करोड़ रुपये की उधारी है। न सरकार पैकेज दे रही है, न ही कंपनी की जमीन मार्गेज करने दे रही है। 50 हजार टावर हैं, इनमें से 500 टावर तो महज साफ्टवेयर से ही अपडेट हो सकते हैं। फिर भी इन्हें अपडेट नहीं किया जा रहा है। हमें 4जी सेवा लांच नहीं करने दी जा रही। बीएसएनएल के सीजीएम देवेंद्र सिंह की उपस्थिति में कार्यक्रम को के. सेबास्टिन, सी. सिंह, वसी अहमद, सुमित सक्सेना, विवेकानंद, सर्किल सेक्रेटरी-बिहार अरविंद कुमार सहित एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।

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