BSEB Bihar Board Matric 10th Result: बिहार बोर्ड का मैट्रिक रिजल्‍ट लाएगी खुशी, जानें क्‍या है वजह

BSEB Bihar Board Matric 10th Board Result 2021 बिहार विद्यालय परीक्षा समिति यानी बिहार बोर्ड की मैट्रिक दसवीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्‍ट छात्र-छात्राओं को इस बार भी खुश कर देगा। परीक्षा समिति ने रिजल्‍ट काफी वैज्ञानिक पद्धति से तैयार कराया है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 12:37 PM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 01:43 PM (IST)
BSEB Bihar Board Matric 10th Result: बिहार बोर्ड का मैट्रिक रिजल्‍ट लाएगी खुशी, जानें क्‍या है वजह
कुछ ही देर में बिहार बोर्ड जारी करेगा मैट्रिक का रिजल्‍ट। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्‍क। BSEB, Bihar Board Matric 10th Board Result 2021: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति यानी बिहार बोर्ड की मैट्रिक दसवीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्‍ट छात्र-छात्राओं को इस बार भी खुश कर देगा। परीक्षा समिति ने रिजल्‍ट काफी वैज्ञानिक पद्धति से तैयार कराया है। इसमें छात्र-छात्राओं को अंक देने में पूरी उदारता बरती गई है। उनकी ओर  से उत्‍तर पुस्तिका में लिखा एक भी सही उत्‍तर बेकार नहीं गया है। उदाहरण के लिए  गणित के प्रश्‍न में अगर छात्र ने उत्‍तर गलत दिया है, लेकिन कुछ स्‍टेप्‍स सही लिये हैं, तो उसके लिए भी उसे उचित अं‍क दिया गया है। विशेषज्ञों की मानें तो इंटर परीक्षा की तरह ही मैट्रिक का रिजल्‍ट भी बेहतर ही है। उम्‍मीद जताई जा रही है कि परीक्षा में 80 फीसद तक छात्र-छात्रा सफल रहेंगे। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्रा भी ऐसा ही मानते हैं।

अब से थोड़ी ही देर में शिक्षा मंत्री जारी करेंगे रिजल्‍ट

बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्‍यक्ष आनंद किशोर के साथ अब से थोड़ी ही देर में मैट्रिक का रिजल्‍ट जारी कर देंगे। 17 से 24 फरवरी के बीच ली गई इस परीक्षा में करीब 17 लाख छात्र-छात्रा शामिल हुए थे। पिछले साल इस परीक्षा में करीब 15 लाख छात्र-छात्रा शामिल हुए थे। इनमें 12 लाख परीक्षार्थी सफल हुए थे। इस बार 14 से 15 लाख बच्‍चों के परीक्षा में पास करने की उम्‍मीद जताई जा रही है।

इस बार अपने दम पर  छात्रों ने की है तैयारी

बिहार बोर्ड की ओर से आयोजित मैट्रिक परीक्षा 2021 में शामिल होने वाले ज्‍यादातर बच्‍चों ने पूरी तैयारी अपने दम पर की है। कोरोना के संक्रमण के कारण मार्च 2020 में ही स्‍कूल बंद होने के कारण पूरे सत्र में छात्र-छात्रा क्‍लासरूम में जाकर पढ़ाई नहीं कर सके। इस दौरान कोचिंग संस्‍थान भी बंद रहे। बिहार बोर्ड से जुड़े ग्रामीण इलाके के स्‍कूलों के बच्‍चों के पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए भी सुविधा नहीं थी। ऐसे में बच्‍चों ने स्‍वजनों और स्‍कूल के शिक्षकों से फोन  पर मार्गदर्शन लेते हुए परीक्षा की तैयारी की।

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