बिहारः गोपालगंज के एक अस्पताल में सांस की समस्या से अबतक 204 की मौत, सभी थे कोरोना निगेटिव
कोरोना की दूसरी लहर में सांस लेने की तकलीफ से गोपालगंज के सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की थम रहीं सांसों से प्रशासन की चिंता बढ़ी हुई है। पिछले 20 दिनों से सांस की तकलीफ वाले औसतन दस मरीज हर दिन अस्पताल में दम तोड़ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गोपालगंज: कोरोना की दूसरी लहर में सांस लेने की तकलीफ से सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की थम रहीं सांसों से प्रशासन की चिंता बढ़ी हुई है। पिछले 20 दिनों से सांस की तकलीफ वाले औसतन दस मरीज हर दिन अस्पताल में दम तोड़ रहे हैं। इन सभी मरीजों की कोरोना जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई थी। शनिवार की शाम से रविवार की शाम तक इमरजेंसी वार्ड में भोरे गांव निवासी 60 वर्षीय फुलिया देवी सहित आठ मरीजों ने दम तोड़ दिया।
15 दिनों में सांस की तकलीफ से मरने वालों की संख्या
1 व 2 मई- 36
3 मई - 08
4 मई -19
5 मई -12
6 मई -10
7 मई -12
8 मई -10
9 मई -14
11 मई - 06
12 मई-10
13 मई - 08
14 मई -11
15 मई - 08
औसतन 50 मरीज स्वस्थ हो रहे हैं
वैसे सांस की तकलीफ पर सदर अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे मरीजों के ठीक होने की संख्या अब बढ़ने लगी है। प्रतिदिन औसतन 50 मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। जिससे यह उम्मीद बंधने लगी है कि सांसों के उखड़ने की गति थम जाएगी। अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में कोरोना की दूसरी लहर आई तो सदर अस्पताल में सांस लेने की तकलीफ से वाले मरीजों की भीड़ बढ़ गई। जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर इमरजेंसी वार्ड के सामने टेंट लगाकर 25 अतिरिक्त बेड का इमरजेंसी वार्ड बनाया गया। आंकड़े बताते हैं कि अब तक 204 मरीजों की इमरजेंसी वार्ड में सांसें थम चुकी हैं। औसतन 60 मरीज हर दिन सदर अस्पताल में भर्ती किए जा रहे हैं। इनमें 50 मरीज ठीक हो रहे हैं। चिकित्सक बताते हैं कि सांस लेने में तकलीफ से संबंधित मरने वाले अधिकतर मरीजों की उम्र 50 से 70 साल थी। ये पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।
क्रिटिकल स्थिति में जाने पर हो रही मौत
सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने कहा कि सदर अस्पताल में ऑक्सीजन से लेकर सभी व्यवस्था है। हर दिन औसत 60 मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। क्रिटिकल स्थिति में मरीजों को लाए जाने से मौतें हो रही हैं। लोगों से यह अपील है कि बीमारी होने पर तत्काल मरीज को लेकर आएं।