बीपीएससी ने जारी किया सीडीपीओ नियुक्ति के लिए विज्ञापन, इतने लोगों को मिलेगी नौकरी

बिहार लोक सेवा आयोग ने राज्य में समाज कल्याण विभाग में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पद के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। सीडीपीओ पद पर नियुक्ति के लिए योग्य अभ्यर्थी पांच मार्च से आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन भरने की अंतिम तिथि एक अप्रैल है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 09:24 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 11:47 PM (IST)
बीपीएससी ने जारी किया सीडीपीओ नियुक्ति के लिए विज्ञापन, इतने लोगों को मिलेगी नौकरी
बिहार लोक सेवा आयोग ने नौकरी के लिए विज्ञापन जारी किया है।

नलिनी रंजन, पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने राज्य में समाज कल्याण विभाग में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) पद की 55 सीटों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। सीडीपीओ पद पर नियुक्ति के लिए योग्य अभ्यर्थी पांच मार्च से आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन भरने की अंतिम तिथि एक अप्रैल है। इस बाबत आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें सामान्य श्रेणी के 22 पद, आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए पांच, अनुसूचित जाति के लिए नौ, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 11, पिछड़ा वर्ग के लिए छह एवं पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए दो सीट आरक्षित है। इसमें राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों के पोता, पोती, नाती, नतनी के लिए एक सीट एवं चलन दिव्यांग्ता एवं मनोविकार दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए एक-एक सीट निर्धारित है।

स्नातक डिग्री वाले ही कर सकेंगे आवेदन

आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि वही लोग फॉर्म भर सकते हैं जिन्होंने स्नातक पास किया हो। उम्र सीमा के रूप में सामान्य श्रेणी के पुरुष के लिए न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 37 वर्ष। पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिए 40 वर्ष, अनुसूचित जाति व जनजाति के महिलाओं के लिए 42 वर्ष उम्र सीमा होगी। प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य ज्ञान के एक पत्र की परीक्षा 150 अंकों के लिए होगी। मुख्य परीक्षा में अनिवार्य विषय के लिए सामान्य हिन्दी, सामान्य अध्ययन पत्र वन, पत्र टू एवं वैकेल्पिक विषय के रूप में गृह विज्ञान, मनोविज्ञान, सामाजशास्त्र एवं श्रम एवं समाज कल्याण विषय की परीक्षा होगी, जबकि साक्षात्कार 120 अंकों के लिए आयोजित किया जाएगा। प्रारंभिक परीक्षा के आवेदन के समय ही अभ्यर्थी को मुख्य परीक्षा के लिए इच्छानुसार वैकेल्पिक विषयों का चयन करना अनिवार्य होगा। एक बार विकल्प के चयन के बाद दोबारा बदलाव की गुंजाइश नहीं होगी। वैकेल्पिक विषयों का मानक पटना विवि के तीन वर्षीय ऑनर्स परीक्षा का ही होगा।

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